उज्जैन. आज (14 मई, शनिवार) वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि दोपहर 03.23 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्दशी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन नृसिंह चतुर्दशी का पर्व भी मनाया जाएगा।
दुनिया के जितने भी धर्म हैं, उन सभी में शकुन-अपशकुन से जुड़ी कुछ मान्यताएं जरूरी होती हैं। हिंदू धर्म भी इसका अछूता नहीं है। यहां हर मामले में शकुन-अपशकुन जरूर देखा जाता है। इसकी पूरी जानकारी शकुन शास्त्र में देखी जाती सकती है।
हम अक्सर ये बातें सुनते है कि किसी व्यक्ति को अक्सर अपने आस-पास किसी अदृश्य शक्ति यानी भूत-प्रेत या आत्मा के होने का अहसास होता है। इस बात पर यकीन करना मुश्किल है लेकिन इसे सिरे से नकारा भी नहीं जा सकता।
भगवान विष्णु ने दुष्टों का नाश करने के लिए समय-समय पर कई अवतार लिए। नृसिंह अवतार (Narasimha Jayanti 2022) भी इनमें से एक है। भगवान श्री नृसिंह शक्ति तथा पराक्रम के देवता माने जाते हैं।
Chandra Grahan 2022 date and time: साल का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई, सोमवार को होने जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन वैशाखी मास की पूर्णिमा रहेगी।
धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को प्रसन्न करने के अनेक उपाय व व्रत बताए गए हैं। प्रदोष भी इनमें से एक है। ये व्रत हर महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को किया जाता है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi 2022) कहते हैं। इस बार ये एकादशी 12 मई, गुरुवार को है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर देवताओं का अमृत पिलाया था।
Sun Transit 2022: ज्योतिष शास्त्र में हर ग्रह को एक पद दिया गया है। उसी के अनुसार सूर्य को सौर मंडल का राजा कहा जाता है। ये ग्रह हर 30 दिन में राशि परिवर्तन करता है। सूर्य जब एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे संक्रांति कहते हैं।
वैशाख मास (Vaishakh month 2022) का धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। भगवान विष्णु को प्रिय होने के कारण इसे माधव मास भी कहते हैं। इस महीने में जलदान करने यानी प्यासे लोगों को पानी पिलाने का विशेष महत्व बताया गया है।
ज्योतिष न सिर्फ संभावित भविष्य के बारे में बताता है बल्कि वो इस बात की जानकारी भी देता है कि राशि अनुसार आप किस राशि के लोगों की ओर आसनी से खीचें चले जा सकते हैं यानी वो कौन-सी राशि है, जिनके स्त्री-पुरुष की ओर आपका आकर्षण सामान्य से अधिक हो सकता है।