शनिवार को श्रवण नक्षत्र होने से स्थिर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।
23 जनवरी की रात शनि राशि बदलकर धनु से मकर में प्रवेश कर चुके हैं। इससे पहले 26 जनवरी 1637 को मौनी अमावस्या पर शनि का मकर राशि में प्रवेश हुआ था।
दांत हमारे शरीर के प्रमुख अंगों में से एक है। जिसके दांत सुंदर व आकर्षक होते हैं, उसकी एक मुस्कान किसी को भी सम्मोहित करने के लिए काफी होती है।
28 जनवरी तक 3 खगोलीय घटनाएं होने वाली हैं, जिसका असर देश के मौसम और राजनीतिक परिदृश्य में देखने को मिलेगा। 23 जनवरी को गुरु, 24 को शनि और 28 जनवरी को शुक्र ग्रह चंद्रमा के नजदीक जीरो डिग्री पर आ जाएंगे।
शुक्रवार को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग बन रहा है, जो पूरे दिन रहेगा। इस दिन सुबह लगभग 7.45 पर चंद्रमा राशि बदलकर धनु से मकर में प्रवेश करेगा।
हथेली में किसी भी रेखा के साथ या किसी भी पर्वत (अंगूठे के नीचे शुक्र पर्वत को छोड़कर) पर चतुष्कोण या चौकोर निशान यानी स्क्वेयर बनता है तो उस रेखा या पर्वत के शुभ फल बढ़ जाते हैं।
गुरुवार को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से धाता नाम का शुभ योग बन रहा है।
माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं। इस दिन स्नान, दान, श्राद्ध व व्रत का विशेष महत्व है। इस बार ये अमावस्या 24 जनवरी, शुक्रवार को है।
मंगलवार की रात को चंद्रमा राशि बदलकर वृश्चिक से धनु राशि में आ चुका है। बुधवार को सभी राशियों पर इसका असर दिखाई देगा।
हिंदू धर्म में नवग्रहों को भी देवता के रूप में पूजा जाता है। सभी ग्रहों को जुड़ी अलग-अलग मान्यताएं भी हमारे समाज में प्रचलित हैं।