सार
कुछ राशियों के लिए शनि और गुरु की वक्री चाल बहुत ही फायदेमंद साबित होगी।
पंचांग के अनुसार, दीपावली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दौरान लगभग 500 साल बाद शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में वक्री होगा। साथ ही, इस दौरान देवगुरु बृहस्पति भी वृषभ राशि में वक्री रहेंगे। कुछ राशियों के लिए शनि और गुरु की वक्री चाल बहुत ही फायदेमंद साबित होगी। 12 राशियों में से कुछ भाग्यवान राशियों को इस दौरान सभी क्षेत्रों में सफलता मिलेगी।
शनि और गुरु की वक्री चाल मेष राशि वालों के लिए बहुत ही अनुकूल रहेगी। इस दौरान आपकी सभी मनोकामनाएं और इच्छाएं पूरी होंगी। अचानक धन लाभ के योग बनेंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त होंगे। इस राशि के छात्रों को शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। इस समय आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। कार्यक्षेत्र में दिए गए लक्ष्यों को आप पूरा करेंगे। इस दौरान आपके वरिष्ठ अधिकारी आपसे प्रसन्न रहेंगे। इस अवधि में आपको सभी कार्यों में सफलता मिलेगी।
शनि और गुरु की वक्री चाल वृषभ राशि वालों के लिए बहुत ही अनुकूल रहेगी। इस दौरान आपको सभी क्षेत्रों में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपको जीवन में मान-सम्मान और कार्यक्षेत्र में प्रभुत्व प्राप्त होगा। विदेश यात्रा के योग बनेंगे। आय के नए मार्ग प्राप्त होंगे। जीवनसाथी से शुभ समाचार मिलेगा। परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। वैवाहिक जीवन में आनंद के पल बिताएंगे।
शनि और गुरु की वक्री चाल कुंभ राशि वालों के लिए भाग्यशाली साबित होगी। इस दौरान आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। निवेश से लाभ होगा। इस दौरान रुके हुए काम पूरे होंगे। व्यापार में मनचाही प्रगति मिलेगी। नए कार्य का शुभारंभ होगा। कार्यक्षेत्र में आ रही बाधाएं दूर होंगी। इस राशि के छात्रों को शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। इस समय आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा। आपके प्रेम संबंध अच्छे रहेंगे, रिश्ते में मधुरता बनी रहेगी। कार्यक्षेत्र में दिए गए लक्ष्यों को आप पूरा करेंगे। इस दौरान आपके वरिष्ठ अधिकारी आपसे प्रसन्न रहेंगे।