सार

ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति में बदलाव के कारण मेष से मीन तक सभी राशियों के लोगों को थोड़ा सतर्क रहना होगा। 
 

17 अक्टूबर, 2024 को सूर्य ने तुला राशि में प्रवेश किया और तीन दिन बाद, यानी 20 अक्टूबर को, मंगल ने कर्क राशि में प्रवेश किया। किसी व्यक्ति की कुंडली में दोनों ही ग्रह महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सूर्य ग्रहों का राजा है, तो मंगल ग्रहों का सेनापति। ऐसी स्थिति में, कुंडली के दो प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी सूर्य और मंगल पर होती है। यह स्थिति 16 नवंबर 2024 तक जारी रहेगी क्योंकि इस दिन सूर्य वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। ऐसी स्थिति में, मेष से मीन तक सभी राशियों के लोगों को 16 नवंबर तक सतर्क रहना होगा।

मेष राशि वालों के लिए मंगल और सूर्य की स्थिति का प्रभाव जीवन में कुछ चुनौतियां लेकर आया है। जीवनसाथी और परिवार के सदस्यों के साथ तनाव बढ़ सकता है। कार्यक्षेत्र में धीमी प्रगति और थकान का अनुभव हो सकता है। वाहन या इलेक्ट्रॉनिक सामान से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मांसपेशियों में दर्द या अन्य शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। 

वृषभ राशि वालों को भूमि और भवन का लाभ मिलेगा, लेकिन किसी कारणवश घर में अशांति हो सकती है। सैन्य विभाग से जुड़े लोगों को अधिक सावधान रहना होगा क्योंकि इस दौरान चोट लगने की संभावना अधिक है। विवाहित महिलाओं को बुद्धिमानी से काम लेना चाहिए, अन्यथा वैवाहिक जीवन में सामंजस्य बिगड़ सकता है। 

मिथुन राशि के लोगों को परिवार के सदस्यों या दोस्तों से आर्थिक मदद मिलने की संभावना है। घर में, विशेष रूप से पारिवारिक कार्यों में, वाद-विवाद हो सकता है। वाणी में कटुता से झगड़े का माहौल बन सकता है। अगर आपको पहले से ही बीपी या माइग्रेन की समस्या है, तो सावधान रहें। 

कर्क राशि के लोगों की ऊर्जा सक्रिय रहेगी, लेकिन मंगल नीच राशि में होने के कारण, ऊर्जा अनियंत्रित हो सकती है। उच्च रक्तचाप और मांसपेशियों में दर्द जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। कार्यक्षेत्र में आपको सम्मान मिलेगा, लेकिन क्रोध पर नियंत्रण रखना जरूरी है।

सिंह राशि नीच राशि में होने से नकारात्मक प्रभाव पड़ेंगे, विशेष रूप से छोटे भाई-बहनों के साथ विवाद बढ़ने की संभावना है। क्रोध भी बढ़ेगा, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। पड़ोसियों और भाई-बहनों के साथ मतभेद हो सकते हैं। 

कन्या राशि के लोग इस दौरान धन की कमी महसूस कर सकते हैं, इसलिए आर्थिक मामलों पर ध्यान देना जरूरी है। अपनी वाणी पर संयम रखें क्योंकि अहंकार समस्याएं पैदा कर सकता है। 

तुला राशि के लिए सूर्य और मंगल नीच राशि में होने से कार्यक्षेत्र में तनाव और अहंकार के कारण प्रियजनों के साथ वाद-विवाद और झगड़े की संभावना बढ़ जाती है, जिससे अपमान का भी सामना करना पड़ सकता है। संतान सुख में कमी और पारिवारिक कलह रहेगी। 

वृश्चिक राशि वालों को धार्मिक यात्रा पर जाने का अवसर प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में संघर्ष और वरिष्ठों के साथ विवाद बढ़ने की संभावना है। छोटी बहन और भाइयों के साथ मतभेद हो सकते हैं। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना जरूरी है क्योंकि आपको रक्तचाप, हृदय रोग, मानसिक तनाव और नींद की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

धनु राशि वालों को अचानक खर्च करने की स्थिति आ सकती है। बच्चों के खर्च बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। पैतृक धन और संपत्ति से जुड़े विवाद हो सकते हैं। पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ेगी। 

मकर राशि के लिए घर का माहौल कलहपूर्ण हो सकता है, जिससे पारिवारिक सुख कम होगा। माता को रक्तचाप, मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं बढ़ेंगी। कार्यक्षेत्र में बाधाओं के साथ-साथ अधिकारियों के साथ विवाद होने की संभावना है। 

कुंभ राशि वालों के लिए कार्यक्षेत्र में बदलाव की संभावना है, लेकिन जल्दबाजी में फैसले न लें। छोटे भाई-बहनों और पड़ोसियों के साथ संघर्ष की स्थिति हो सकती है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। घर में पिता या बड़ों के साथ वाद-विवाद से बचें।

मीन राशि वालों के लिए अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना जरूरी है, अन्यथा विवाद हो सकते हैं। स्वास्थ्य समस्याएं, विशेष रूप से पाचन और रक्तचाप की समस्याएं हो सकती हैं। संतान से जुड़े विवाद संभव हैं। निवेश करते समय सावधान रहें क्योंकि धन के स्वामी मंगल की नीच स्थिति आपकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाएगी।