Weekly Tarot Horoscope 14-20 November: टैरो कार्ड भविष्य जानने की एक विधा है। इसमें ताश के पत्तों की तरह एक सेट होता है, जिसमें 72 पत्ते होते हैं। इन्हें मेजर अरकाना और माइनर अरकाना में बांटा गया है। इन पत्तों से भविष्य के बारे में जाना जाता है।
Weekly Tarot Horoscope 14-20 November: विश्व भर में भविष्य जानने के लिए अनेक विधाएं प्रचलित हैं। इनमें से टैरो कार्ड भी एक है। इस विधा में भविष्य जानने के लिए ताश की तरह दिखने वाले पत्तों का उपयोग किया जाता है। इसे टैरो डेक बोलते हैं। इसमें 72 पत्ते होते हैं।
टैरो कार्ड भी भविष्य जानने की की एक प्राचीन विधा है। इस विधा में ताश के पत्तों की तरह दिखने वाले कार्ड्स का इस्तेमाल किया जाता है। उसी के आधार पर व्यक्ति के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है।
टैरो कार्ड्स ताश के पत्तों की तरह दिखते हैं। इन टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमय प्रतीकात्मक चिह्न बने होते हैं जो संबंधित व्यक्ति के साथ भविष्य में होने वाली घटनाओं को बहुत हद तक अनुमानित कर सकते हैं।
प्राचीन ज्योतिष विधाओं की तरह टैरो कार्ड भी लोगों के भविष्य के बारे में सटीक भविष्यवाणियां करता है। टैरो डेक में कुल 78 कार्ड्स होते हैं जो माइनर अरकाना और मेजर अरकाना में बंटे होते हैं। इन कार्ड्स पर रहस्यमयी आकृतियां बनी होती है।
टैरो कार्ड्स में ताश के पत्तों जैसे ही पत्ते होते हैं जिनकी कुल संख्या 72 होती है। इनमें से 22 मेजर अरकाना होते हैं और 50 माइनर अरकाना होते हैं। जैसे ताश के पत्तों में चार प्रकार की सीरीज होती है ऐसे ही टैरो में भी चार प्रकार की सीरीज होती है।
Weekly Tarot Horoscope 10-16 October 2022: ताश के पत्तों की तरह दिखने वाले टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमयी चिह्न बने होते हैं जो संबंधित व्यक्ति के साथ भविष्य में होने वाली घटनाओं को बहुत हद तक अनुमानित कर सकते हैं।
टैरो डेक के 78 कार्ड आपके जीवन को बदल सकते हैं। मेजर अरकाना के 22 प्रमुख कार्ड जीवन कर्म के दिव्य अध्याय को बताते हैं। माइनर अरकाना के 56 कार्ड दैनिक जीवन को परखते हैं और हमारी समस्याओं को बताते हैं।
टैरो कार्ड्स में कुल 78 टैरो कार्ड्स होते हैं, इन कार्ड्स को डेक कहा जाता है। कार्ड्स को मेजर आर्काना और माइनर आर्काना में बांटा गया है। आर्काना शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द आर्कान्स से हुई है, जिसका अर्थ है रहस्यमयी व्यक्तिगत विकास।
टैरो कार्ड विधा की शुरुआत 2 हजार साल पहले मानी जाती है। वर्तमान में ये विद्या 1971 से अधिक प्रचलन में आई, जब इटली में मनोरंजन के रूप में इसे अपनाया गया। इसके बाद इसका उपयोग भविष्य को जानने के लिए किया जाने लगा।