टैरो कार्ड लगभग 2 हजार साल पुरानी एक अद्भुत और प्राचीन विधा है। भविष्य जानने के लिए टैरो कार्ड का भी उपयोग किया जाता है। टैरो कार्ड विधा को मुख्य रूप से प्रश्न शास्त्र की तरह प्रयोग किया जाता है।
टैरो एक रहस्यमय संसार है जो इंसान के भविष्य के अनसुलझे रहस्यों को उजागर करता है, जैसे भविष्य जानने के लिए जन्म कुंडली, हस्तरेखा और न्यूमरोलॉजी का सहारा लिया जाता है। वैसे ही टैरो कार्ड्स भी है।
टैरो डेक में कुल 78 कार्ड होते हैं, जिन्हें मेजर आर्काना तथा माइनर आर्काना में विभक्त किया गया है। जानकारी के अनुसार टैरो शब्द टैरोटी से आया है इसका मतलब है कि कार्ड्स के पीछे दिखने वाली क्रॉस लाइन।
टैरो कार्ड एस्ट्रोलॉजी को इजिप्टियन साइंस भी कहा जाता हैं, जिससे वहां के लोग प्राचीन काल से इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इसमें व्यक्ति पहले सवाल पूछता हैं और फिर उसें एक कार्ड उठाना होता हैं, जिसे देखकर टैरो कार्ड रीडर भविष्यवाणी करता है।
टैरोट कार्ड रीडिंग को ताश के पत्तों द्वारा प्रयोग किया जाता है। ताश के पत्तों को पढ़ना ही टैरोट कार्ड रीडिंग कहलाता है। ऐसा माना जाता है कि इन ताश के पत्तों को पढ़कर भविष्य में होने वाली घटनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है।
जून 2022 का तीसरा सप्ताह 13 से 19 तक रहेगा। इस दौरान कई बड़े व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इस सप्ताह में 14 जून को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा रहेगी।
इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वस्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम के अनुसार, टैरो कार्ड एस्ट्रोलॉजी को इजिप्टियन साइंस भी कहा जाता हैं, जिससे वहां के लोग प्राचीन काल से इस्तेमाल करते आ रहे हैं।
टैरो कार्ड ज्योतिष फलादेश की एक अद्भुत और प्राचीन विधा है। इसमें विभिन्न प्रकार की रूपरेखा और चित्रों से अंकित कार्ड का प्रयोग किया जाता है, जिनके माध्यम से भविष्य में होने वाली किसी घटना का फलादेश किया जाता है।
टैरो रीडिंग आपको अपनी कमियों का पता लगाने में मदद करती है और यहां तक कि आपको उन्हें सुधारने के तरीके भी बताती है। आप आसानी से उन पहलुओं और क्षेत्रों का पता लगा सकते हैं जिनमें सुधार की आवश्यकता होती है और फिर आप अपनी जीवनशैली को बेहतर बनाने के लिए आगे बढ़ सकते हैं।
आज (27 मई, शुक्रवार) ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि रहेगी। दोपहर बाद त्रयोदशी तिथि शुरू हो जाएगी। इस दिन शुक्र प्रदोष का व्रत किया जाएगा। इस दिन सूर्योदय अश्विनी नक्षत्र में होगा, जो रात अंत तक रहेगा।