Amitabh Budholiya

बीएससी (बायोलॉजी), पोस्ट ग्रेजुएशन हिंदी साहित्य, बीजेएमसी (जर्नलिज्म)। करीब 25 साल का लेखन और पत्रकारिता में अनुभव। एशियानेट हिंदी में जून, 2019 से कार्यरत। दैनिक भास्कर और उसके पहले दैनिक जागरण और अन्य अखबारों में सेवाएं। 5 किताबें प्रकाशित की हैं
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असम के सिलचर के बाद भद्राचलम में 36 साल बाद आई इस बाढ़ को लेकर साजिश की आशंका, CM ने की विशेष 'शांति पूजा'

Jul 19 2022, 11:34 AM IST

हैदराबाद. तेलंगाना के भद्राचलम में आई भीषण बाढ़(flood in Bhadrachalam) को लेकर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव(Telangana Chief Minister K Chandrashekhar Rao) के एक बयान ने सनसनी फैला दी है। बाढ़ग्रस्त भद्राचलम के स्थिति का आकलन करने पहुंचे राव ने 17 जुलाई को कहा कि भारत में बादल फटने की घटनाओं के पीछे विदेशी ताकतों यानी चीन की कोई साजिश हो सकती है। KCR ने गोदावरी इलाके में बादल फटने की घटनाओं के पीछे यह साजिश की आशंका जताई है। बता दें कि भद्राचलम शहर में 1986 के बाद इस तरह की बाढ़ देखी गई है। इससे पहले असम के सिलचर शहर में आई बाढ़ को लेकर भी एक खुलासा हुआ था। यह बाढ़ प्रकृति का प्रकोप कम; 6 लोगों की साजिश का नतीजा थी। उन्होंने तटबंध के साथ छेड़छाड़ की थी। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद इसका खुलासा किया था। पढ़िए भद्राचलम में आई बाढ़ से जुड़े अन्य फैक्ट्स और देखिए तस्वीरें...

क्या अमरनाथ गुफा के बाहर आई बाढ़ चीन की कोई साजिश थी, क्या है ये साउंड वेव और क्यों एक CM ने उठाई उंगुली?

Jul 19 2022, 09:54 AM IST

नई दिल्ली. हाल में अमरनाथ यात्रा के दौरान बादल फटने(Cloudburst during Amarnath Yatra) की घटना ने सबको चौंका दिया है। कहने को हिमालय में ऐसी प्राकृतिक आपदाएं आना कोई नहीं बात नहीं है, लेकिन जब से कृत्रिम बारिश का कॉन्सेप्ट(artificial rain) चर्चा में आया है, दुश्मन देशों को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव(Telangana Chief Minister Chandrashekhar Rao) का इसे लेकर दिया एक चौंकाने वाला बयान इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने कहा है कि भारत में बादल फटने की घटनाओं के पीछे विदेशी ताकतों यानी चीन की कोई साजिश है। KCR 17 जुलाई को बाढ़ प्रभावित भद्राचलम के दौरे पर थे। वहां गोदावरी इलाके में बादल फटने की घटनाओं के पीछे उन्होंने विदेशी साजिश की आशंका जताई है। उनका तर्क है कि चीन ने पहले भी लेह-लद्दाख और उत्तराखंड में यही किया था। 17 जुलाई को राव ने यह बयान देकर एक नई बहस को जन्म दिया है। बेशक कुछ लोग इसका मजाक उड़ा रहे हैं, लेकिन जो कृत्रिम बारिश के बारे में जानते हैं, वे चिंतित हैं। बता दें कि 8 जुलाई, 2022 को जम्मू-कश्मीर स्थित पवित्र गुफा के बास बादल फटने से आई बाढ़ में 16 लोगों की मौत हो गई थी। 40 लोगों को कोई पता नहीं चला। दरअसल, इसके पीछे चीन द्वारा वेव साउंट का प्रयोग करना है। इसके जरिये कहीं भी बारिश लाई जा सकती है। पिछले साल उत्तराखंड के चमोली में आई बाढ़ के दौरान भी चीन पर शक जाहिर किया गया था। पढ़िए क्या है ये तकनीक..

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