कराची. पाकिस्तानी लड़की जेहरा काजमी( Dua Zehra Kazmi) की लवस्टोरी पर बेशक हाईकोर्ट ने भी मुहर लगा दी है, लेकिन यह मामला सामाजिक अभियान(social campaign) बनकर सामने आया है। जेहरा के पिता का कहना है कि उनकी बेटी महज 14 साल की है। उसे बहलाया-फुसलाया गया, जबकि जेहरा खुद को बालिग बता रही है। सोशल मीडिया पर जेहरा के पिता के समर्थन में जबर्दस्त मुहिम छिड़ गई है। लोगों का कहना है कि दुआ जेहरा का मामला न्यापालिका पर करारा तमाचा है। इस मामले से मौजूदा सरकार, इस्लामिक स्कॉलर्स सबका पर्दाफाश हो गया। इस बीच जेहरा के पिता का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पवित्र कुरान को सिर पर रखकर कसम खा रहे हैं कि उनकी बेटी झूठ बोल रही है। इस मामले में पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट सिंध हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ दायर एक याचिका पर 23 जून को सुनवाई करेगा। सिंध हाईकोर्ट ने 8 जून को अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि जेहरा अपने भाग्य का फैसला करने के लिए स्वतंत्र है। यानी उसे पूरी आजादी है कि वो किसके साथ रहना चाहती है, अपने माता-पिता या प्रेमी; जिससे वो निकाह कर चुकी है।