20 जुलाई, गुरुवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:51 तक रहेगा।
20 जुलाई, गुरुवार को आश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत और मघा नक्षत्र होने से मूसल नाम का योग बनेगा। साथ ही सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:51 तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य चिराग बेजान दारूवाला से जानें राशिफल…
अंक ज्योतिष भी अन्य विधाओं की तरह ही आने वाले संभावित भविष्य के बारे में हमें बताता है। इसे माध्यम से कुछ उपाय किए जाएं तो आने वाले संकटों से बचा भी जा सकता है। अंग्रेजी में इस विधा को न्यूमरोलॉजी कहते हैं।
19 जुलाई, बुधवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से मातंग नाम का शुभ योग और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा इस दिन वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:33 से 2:12 तक रहेगा।
19 जुलाई, बुधवार को पुष्य नक्षत्र होने से मातंग और आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा इस दिन वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:33 से 2:12 तक रहेगा।
महिला हो या पुरुष, हिंदू धर्म ग्रंथों में सभी के लिए कुछ विशेष बातें बताई गई हैं। विवाहित महिलाओं से संबंधित ऐसे ही कुछ नियम या बातें गरुड़ पुराण में बताई गई हैं। इन बातों का ध्यान रखना हर स्त्री के लिए जरूरी माना गया है।
Adhik Maas 2023: इस बार सावन का अधिक मास 18 जुलाई से शुरू हो चुका है, जो 16 अगस्त तक रहेगा। अधिक मास हर तीसरे साल आता है। बहुत से लोग अधिक मास के बारे में कम ही जानते हैं। अधिक मास न हो तो बड़ी समस्याएं खड़ी हो सकती है।
Adhik Maas 2023 Shubh Yog:सावन का अधिक मास 18 जुलाई से शुरू हो चुका है, जो 16 अगस्त तक रहेगा। इस दौरान कई शुभ योग बनेंगे। ये शुभ योग पूजा, उपाय, खरीदी के लिए खास रहेंगे। मान्यता है कि अधिक मास के इन योगों में की गई खरीदी शुभ फल देने वाली रहती है।
अंक ज्योतिष से हम अपने आने वाले कल के बारे में बहुत कुछ जान सकते हैं। अंक ज्योतिष को ही अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी कहते हैं। इसका मुख्य आधार है जन्म तारीख यानी डेट ऑफ बर्थ। इसी के अंकों को जोड़कर मूलांक निकाला जाता है।
Adhik Maas Ki Katha: पंचांग के अनुसार, इस बार सावन का अधिक मास 18 जुलाई से शुरू हो रहा है, जो 16 अगस्त तक रहेगा। 19 साल बाद सावन के अधिक मास का संयोग इस बार बन रहा है। अधिक मास को मल मास और पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं।