चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर (Pragyan rover) बाहर आ गया है। यह चांद के सतह पर खोजबीन कर रहा है। रोवर वहां 14 दिनों तक काम करेगा।
इसरो के वैज्ञानिकों ने मिशन चंद्रयान-2 की असफलता से सीख लेकर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) को सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतार दिया है। इसके साथ ही भारत पहला देश बन गया है जो चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा है।
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की सफल लैंडिंग के बाद दुनियाभर से शुभकामनाएं मिल रहीं हैं। कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई दी है। पीएम ने सभी को धन्यवाद कहा है।
बुधवार शाम को 6:04 बजे चंद्रयान-3 ने चंद्रमा पर सफल लैंडिंग कर ली। इसके साथ ही इसरो के वैज्ञानिकों की एक पुरानी तस्वीर वायरल हो गई। इसमें वैज्ञानिक रॉकेट के पुर्जे साइकिल पर लादकर ले जाते दिख रहे हैं।
मॉस्को में हुए एक विमान हादसे (Moscow plane crash) में वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन के मारे जाने का दावा किया गया है। विमान में दस लोग सवार थे, सभी की मौत हो गई है।
बेंगलुरु। चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के साथ ही भारत का सपना पूरा हुआ। इसरो (ISRO) ने दूसरे प्रयास में चांद पर उतरने में सफलता पाई।
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) ने चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के लिए भारत के वैज्ञानिकों की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि सभी पाकिस्तानी टीवी चैनलों को इसकी लैंडिंग लाइव दिखानी चाहिए।
चांद की सतह पर खोजबीन के लिए इसरो ने चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के साथ प्रज्ञान रोवर (Pragyan rover) भेजा है। यह कॉफी टेबल साइज का रोवर है जो चांद की सतह पर भारत के निशान बना रहा है।
मिजोरम में रेलवे का निर्माणाधीन पुल गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई है। पुल का निर्माण आइजोल से करीब 20 किलोमीटर दूर सैरांग इलाके में किया जा रहा है।
विक्रम लैंडर के चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग कर ली है। यह प्रक्रिया शाम करीब 5:45 बजे शुरू हुई। शाम 6:04 बजे लैंडिंग हुई। इस दौरान 20 मिनट बेहद तनाव भरे रहे।