ऑटो डेस्क : बुधवार से बजट सेशन की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 10 साल में देश की प्रगति पर भाषण देते हुए बताया कि पिछले 10 सालों में देश में 21 करोड़ से ज्यादा वाहन खरीदें गए हैं। इस दौरान इलेक्ट्रिक वाहनों की खूब बिक्री हुई है।
फास्टैग अपडेशन नहीं कराया तो तुरंत करा लें। फरवरी से फास्टैग को लेकर नए नियम के तहत केवाईसी अपडेशन जरूरी है। ऐसा नहीं हुआ तो फास्टैग ब्लॉक कर दिया जाएगा। जानें कैसे करें अपडेट…
एसयूवी हुंडई क्रेटा के मॉडल फेसलिफ्ट लिए कंनी ने वेटिंग पीरियड जारी कर दिया है। डीजल वैरिएंट पर 5 महीने और पैट्रोल वैरिएंट में बुकिंग के बाद 4 महीने तक का इंतजार करना पड़ सकता हैं। यह गाड़ी इस साल की शुरूआत में ही लॉन्च हुई थी।
हीरो ने जयपुर में आयोजित प्रदर्शनी में एक खास तरह का वाहन पेश किया है। इसे आसानी से थ्री-व्हीलर से टू व्हीलर में बदला जा सकता है। जो लोग स्वरोजगार करते है, उनके लिए यह बेहद मददगार हो सकता है। इस व्हीकल की कीमत की जानकारी सामने नहीं आई है।
बिजनेस डेस्क: 1 फरवरी को पेश होने जा रहे अंतरिम बजट से देश के हर सेक्टर को काफी उम्मीदें हैं। आम चुनाव से पहले आ रहे इस बजट से ऑटोमोबाइल सेक्टर भी बड़ी आस लगाए बैठा है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बजट में ईवी और बाकी चीजों के लिए कुछ खास हो सकता है।
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को खास बनाने के लिए गाड़ियों के लिए एसेसीरीज बनाने वाली कंपनी स्टीलबर्ड ने एक खास तरह का हेलमेट लॉन्च किया है। हेलमेट के इस एडिशन का नाम जय श्री राम है।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पिछले दिनों ही वन व्हीकल वन फास्टैग कैंपेन शुरू किया है। 31 जनवरी तक बिना ई- केवाईसी वाले फास्टैग की मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पिछले दिनों ही वन व्हीकल वन फास्टैग कैंपेन शुरू किया है। अब फास्टैग को लेकर कुछ नियमों में बदलाव हो रहा है।31 जनवरी के पहले करले केवाईसी 31जनवरी तक बिना केवाईसी वाले फास्टैग की मान्यता रद्द कर दी जाएगी।
देश में करीब 98 प्रतिशत टोल प्लाजा फास्टैग सिस्टम में हैं और 8 करोड़ से ज्यादा वाहनों पर फास्टैग लगा है। ये सभी गाड़ी चालक फास्टैग से जुड़ी 5 गलतियां सबसे ज्यादा करते हैं, जिसकी वजह से फास्टैग के बावजूत उन्हें भारी-भरकम जुर्माना चुकाना पड़ता है।
देशभर में करीब 98% टोल पर फास्टैग से टोल टैक्स लेने की प्रक्रिया जारी है। देश में 8 करोड़ से ज्यादा लोग अपनी गाड़ी पर फास्टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं। FASTag के आने से इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम बदल गया है।