सार

टोयोटा और यामाहा दोनों कंपनियों ने हाइड्रोजन-बर्निंग वी8 इंजन पर काम शुरू कर दिया है।  ये पूरी तरह से हाइड्रोजन ईंधन से संचालित होगा। Yamaha ने इस हाइड्रोजन V8 पर तकरीबन पांच साल पहले ही काम करना शुरू कर दिया था। 

ऑटो डेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने से पूरी दुनिया में पेट्रोल-डीजल के दामों में आग लग गई है। वहीं देश में चुनाव की वजहसे दाम स्थिर बने हुए हैं, हालांकि  मार्च के पहले हफ्ते में चुनाव संपन्न होते ही पेट्रोल-डीजल में  भारी बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। इस बीच  इलेक्ट्रिक व्हीकल की  पूछ परख बढ़ गई है। वहीं चीन जैसे देशों में हाइड्रोजन  ईंधन से चलने वाले वाहनों पर भी जोर दिया जा रहा है। यही वजह है कि दुनिया की टॉप ऑटो कंपनियों ने इड्रोजन-बर्निंग वी8 इंजन पर काम शुरू कर दिया है।

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टोयोटा और यामाहा सबसे आगे
इस काम में टोयोटा और यामाहा सबसे आगे चल रही हैं। दोनों कंपनियों ने हाइड्रोजन-बर्निंग वी8 इंजन पर रिसर्च वर्क शुरू कर दिया है। टोयोटा कंपनी की योजना के मुताबिक वह अपने सहयोगी  यामाहा से एक 5.0-लीटर V8 इंजन विकसित करने पर चर्चा कर रही है। ये पूरी तरह से हाइड्रोजन ईंधन से संचालित होगा। Yamaha ने इस इंजन पर तकरीबन पांच साल पहले ही काम करना शुरू कर दिया था। 

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हाइड्रोजन इंजन होगा ज्यादा आसान
Yamaha का रिसर्च और डेव्लपमेंट डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट ताकेशी यामादा (Takeshi Yamada) के मुताबिक उन्होंने ईंधन के लिए केवल हाइड्रोजन का इस्तेमाल करने वाले इंजनों को परखा है, ये बेहद अलग तरह से काम करते हैं। इसे इस्तेमाल करना भी बहुत आसान है। हाइड्रोजन इंजनों में Customization Experience होता है, जो इलेक्ट्रॉनिक ड्राइविंग की हेल्प के बिना उसका यूज करना आसान बनाता है। 

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हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन
टोयोटा का मानना है कि हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन हैं। मौजूदा समय में, कारें और पब्लिक व्हीकल पेट्रोल या सीएनजी की बहुत खपत करते हैं, इससे  पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। पूरा विश्व  इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की तरफ मुड़ रहा है। हालांकि इससे भी एक बेहतर विकल्प हाइड्रोजन है। टोयोटा इस ईंधन पर बहुत लंबे समय से काम कर रही है।कंपनी ने कई वाहनों को बाजार में भी उतार दिया है। चीन के विंटर ओलंपिक खेलों में टोयोटा की हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली बसों का इस्तेमाल किया गया है। 

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