आज इंटरनेशनल काउंसिल ऑन क्लीन ट्रांसपोर्टेशन (ICCT) ने जीरो इमरजन वेहिकिल में बदलाव के लिए वाहन निर्माताओं की प्रगति का वार्षिक मूल्यांकन जारी किया। इसमें ईवी वाहनों के भारत में तेजी से विस्तार की बात सामने आई है।
बजाज ऑटो जल्द ही पहली CNG बाइक लॉन्च कर सकती है। इसका नाम फाइटर हो सकता है। इससे पहले कंपनी ने ब्रूजर नाम को भी ट्रेडमार्क करवाया है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि दूसरी CNG बाइक हो सकती है।
दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी के लिए नए एक्सप्रेस वे और हाईवे की सौगात मिल रही हैं। दरअसल, फरीदाबाद जेवर एक्सप्रेस वे को भी तैयार किया जा रहा है। ऐसे में बल्लभगढ़ से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 2 घंटे से घटकर महज 15 मिनट हो जाएगी।
टाटा, मारुति जैसी बड़ी कार कंपनियां अपनी पावरफुल एसयूवी पर जबरदस्त डिस्काउंट दे रही हैं। इनमें जिम्नी, ग्रैंड विटारा, टाटा हैरियर और सफारी जैसी गाड़ियां हैं। वहीं, एक ईवी पर 4 लाख तक छूट है।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से CNG कारों का इस्तेमाल बढ़ गया है। चिलचिलाती गर्मी और धूप का असर सीएनजी कारों पर भी पड़ता है, इसलिए जब भी कार बाहर लेकर जाएं तो उसका खास ख्याल रखें।
हर कोई जानता है कि गाड़ी चलाते वक्त या सफर करते वक्त सीट बेल्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन बेहद कम लोग ही इसका इस्तेमाल करते है। सीट बेल्ट को लोग बोझ समझते है, लेकिन .ये आपकी सुरक्षा के लिहाज से बेहद जरूरी है। जानिए सीट बेल्ट लगाना क्यों जरूरी है।
जगुआर लैंड रोवर की कारें अब भारत में बनेगी। इससे पहले जब से कंपनी की स्थापना हुई थी, तब से लेकर अब तक मैन्युफैक्चिरिंग सिर्फ ब्रिटेन में होती थी। साल 2008 में फोर्ड जब आर्थिक संकट से गुजर रही थी। तब टाटा ने जगुआर और लैंडरोवर खरीदने का फैसला किया।
कार रैपिंग परमानेंट नहीं है। कई जगह कानून तौर पर प्रतिबंधित भी हो सकती है, इसलिए अगर रैपिंग को लेकर अपने इलाके के कानूनों को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए, ताकि बाद में किसी तरह की कोई दिक्कत न आए।
Kia ने हाल ही में अपनी चौथी इलेक्ट्रिक कार को लॉन्च किया है। कंपनी ने अपने इस SUV मॉडल का नाम EV3 रखा है। गाड़ी में 600 KM की रेंज मिल सकती है। वहीं, 31 मिनट में 10 से 80% चार्ज हो सकता है।
कार का टायर सीधे तौर पर सड़क से जुड़ा रहता है, इसलिए इसका ठीक रहना सबसे जरूरी होता है। अगर इसकी क्वालिटी और साइज सही रहती है तो इससे जुड़ी दिक्कतें कम आती हैं, इसलिए टायर खरीदते समय सावधानियां रखनी चाहिए।