सार

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की सरकार की पर तीखे आरोप लगाए हैं। आरजेडी ने सरकारी परीक्षाओं में देरी और धांधली के आरोप लगाते हुए सवाल पूछे हैं। 

पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के प्रचार का आज आखिरी दिन है। उससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की सरकार की पर तीखे आरोप लगाए हैं। आरजेडी ने सरकारी परीक्षाओं में देरी और धांधली के आरोप लगाते हुए सवाल पूछे हैं। 

आरजेडी ने एक ट्वीट में नेतीश सरकार से पूछा- "बिहार के युवा नीतीश सरकार से जानना चाहते हैं कि क्या हर परीक्षा में धांधली करना अनिवार्य है? पेपर लीक, घूसखोरी, सेटिंग, धांधली और हर परीक्षा फल का विवाद न्यायालय में लटकना बिहार के हर बहाली परीक्षा की नियति क्यों बन गया है?"

इस सवाल के साथ आरजेडी ने दो इन्फोग्राफ में बिहार पुलिस की  भर्तियों में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। सीधे आरोप लगाया कि बिहार पुलिस की तैयारी करने वाले युवाओं के भविष्य के साथ निकम्मी सरकार ने 15 साल खिलवाड़ किया। सवाल पूछा कि, "ठेठ बिहारी जानना चाहता है। बिहार में 2017 में सिपाही भर्ती की परीक्षा में 9839 अभार्थी शामिल हुए थे। जबकि उनमें से 235 अभ्यर्थी सफल हुए थे। लेकिन उनमें से 229 अभ्यर्थी फर्जीवाड़े के तहत सफल क्यों किए गए?" 

आरजेडी ने एक दिन पहले भी पुलिस भर्ती परीक्षा में भ्रष्टाचार का मसला उठाते हुए कहा था कि सिपाही के लिए 15 लाख और दारोगा के लिए 35 लाख की घूस ली जा रही थी। एक ट्वीट में कहा था- "15 लाख दो, सिपाही बनो! 35 लाख दो, दरोगा बनो! बिहार का हर युवा इस RCP उगाही तन्त्र के विरुद्ध उबल रहा है! सिपाही भर्ती, दरोगा भर्ती दोनों में हाल ही में जबरदस्त घोटाला हुआ है और JDU BJP के नेताओं, दलालों ने बिहार के गरीब अभ्यर्थियों की छाती पर चढ़कर धांधली किया और कमाया है!" आरजेडी के इस ट्वीट पर जेडीयू ने तंज़ कसा था - "मंगरू की जमीन कब लौटा रहे हैं। " 

तेजस्वी यादव हैं सीएम फेस 
बताते चलें कि आरजेडी- कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई एमएल और सीपीएम के साथ महागठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव महागठबंधन के सीएम फेस हैं। आरजेडी और महागठबंधन के घोषणापत्र में युवाओं और बेरोजगारी को लेकर कई वादे किए गए हैं। इसमें सबसे अहम वादा सरकार बनते ही 10 लाख युवाओं को नौकरियां देने का है। 

सरकार बनते ही देंगे 10 लाख नौकरियां 
तेजस्वी ने कहा है कि अगर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनती है तो पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। आरजेडी ने यह भी कहा है कि बिहार में सभी सरकारी नौकरियां संविदा की नहीं बल्कि स्थायी होंगी। महागठबंधन बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। मुक़ाबला जेडीयू,बीजेपी, वीआईपी और हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा के एनडीए से है।  

(फाइल फोटो : तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार)