सार
कोरोना की चपेट में आकर जान गंवाने वाले बिहार के पहले युवक मुंगेर के चुरम्बा का रहने वाला था। सैफ अली नामक यह युवक 13 मार्च को कतर से आया था। लेकिन उसके कोरोना पॉजीटिव होने की जानकारी उसकी मौत के करीब 22 घंटे बाद मिली। इस दौरान कई लोग उसके संपर्क में आए, अब उन सभी को संक्रमण का खतरा सता रहा है।
मुंगेर। जिले के युवक की पटना एम्स में शनिवार दोपहर को मौत हो गई। वह 13 मार्च को कतर से यहां आया था और 20 मार्च को एम्स में भर्ती हुआ था। मरने वाले युवक की पहचान सैफ अली (38 वर्ष) के रूप में हुई है। वह चुरम्बा गांव का रहने वाला था और डायबिटीज का रोगी था। उसकी दोनों किडनी खराब थी। मरने के बाद रविवार सुबह उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसमें कोरोना की पुष्टि हुई। सैफ सउदी के दोहा में ड्राइवर था।
सैफ को 15 मार्च को बेकापुर स्थित जीवन अवतार अस्पताल में एडमिट कराया गया। जहां से उसे पटना रेफर किया गया। 16 मार्च को परिजन उसे लेकर पटना गए। निजी क्लीनिक में रखने के बाद एम्स पटना में 19 मार्च को भर्ती कराया गया। 21 मार्च की दोपहर उसकी मौत हो गई।
किडनी फेल होने की बताई थी बात
मौत के समय डॉक्टरों ने दोनों किडनी फेल होने की बात बताई थी।लेकिन रविवार को रिपोर्ट आने के बाद उसे कोरोना पॉजीटिव बताया गया। परिजनों को टीवी से सैफ के कोरोना पॉजीटिव होने की जानकारी मिली। परिजन इस बात से आक्रोशित थे कि डॉक्टरों ने उन्हें पहले सैफ के कोरोना पीड़ित होने की बात क्यों नहीं बताई। वे लोग निजी एंबुलेंस से शव लेकर शनिवार रात 10 बजे ही मुंगेर आ गए। कतर से आने के बाद वह अपने कई दोस्तों संग मिला। इस दौरान उसने पार्टी में की और ताश भी खेले। मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि विभाग उन लोगों की तलाश कर रहा है जिसके संपर्क में सैफ आया था। उधर, रविवार देर शाम तक इलाके को सील करने की कार्रवाई प्रशासन द्वारा नहीं की गई।
22 घंटे बाद मिली कोरोना पॉजीटिव होने की जानकारी
सैफ के शव को पटना से निजी एम्बुलेंस से लौटी मां बीबी बानो, जेठ सास संजीदा बेगम, चाची जसीमा बेगम, परिवार का सदस्य मो.आरजू, पुत्र मो.सरफराज, व भगीना सगीर आदि ने बताया कि सैफ की मौत की बात शनिवार करीब दो बजे बताई गई। लेकिन कोरोना पॉजीटिव होने की जानकारी 22 घंटे बाद रविवार को टीवी से मिली। इलाज के दौरान और उसके शव को यहां लाने तक हम लोगों के साथ-साथ कई अन्य संपर्क में आए, अब हम लोगों को भी कोरोना का डर सता रहा है।
शव देखने पहुंचे ग्रामीण व लिपट कर रोए थे परिजन
युवक का शव देखने रात में ही काफी संख्या में आस-पास के लोग घर पहुंचे थे। जहां शव की प्लास्टिक को फाड़ कर कई लोग नजदीक से मृत युवक का अंतिम बार दीदार किए। इसके अलावा पत्नी सबीहा खातुन सहित पांच बच्चे सरफराज, शम्मी, सादाब, साजिया व सायका आदि शव से लिपट कर भी रोए हंै। ऐसे सभी लोग कोराेना वायरस के संक्रमण का शिकार होने की संभावना को लेकर सशंकित हैं।
पीपीटी किट पहन कर दफनाया गया शव
कोरोना के कारण युवक की मौत के बाद गांव में इस कदर दहशत का माहौल है कि युवक को दफनाने के लिए लोग नहीं जुटे। हालांकि शव को दफन करने के लिए घर के समीप स्थित कब्रगाह में 10X3 फीट का कब्र खोद कर तैयार कर दिया गया है। मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के कर्मी द्वारा उपलब्ध कराए गए 04 पीपीटी कीट पहन कर युवक के पिता, पुत्र व परिजन ने शव को कब्रिस्तान में दफन किया।