सार

मामला बिहार के मधुबनी का है। जहां दहेजलोभी ससुराल वाले ने 22 वर्षीय विवाहिता की हत्या कर शव को दो नदियों के बीच में गाड़ दिया। मामले में मृतका के मायके वालों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। 
 

मधुबनी। दहेज की बलिवेदी पर एक लोग महिला चढ़ा दी गई। कानूनी कड़ाई के बाद भी दहेज के लिए बेटियों की हत्या का दौर जारी है। ताजा मामला बिहार के मधुबनी जिले का है। जहां दहेजलोभी ससुरालवालों ने 22 वर्षीय विवाहिता की हत्या कर शव को बोरे में डालकर दो नदियों के बीच गाड़ दिया। घटना जिले के मुरहदी गांव की है। विवाहिता का शव पश्चिम कमला और बलान नदी के बीच में एक खेत से बरामद किया गया है। शव की पहचान बड़की टोल महदी गांव के ही सिकंदर मुखिया की पत्नी गुड़िया देवी (22) के रूप में हुई। शव को ससुरालियों ने बोरे में भरकर दो नदियों के बीच में गाड़ दिया था। 

2016 में की गई थी शादी
मामले में राजनगर थाना के पिलखवार गांव निवासी गुड़िया के भाई ब्रह्मदेव मुखिया ने दहेज को लेकर हत्या कर शव को छुपाने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। मृतका के भाई ने बताया कि वर्ष 2016 में गुड़िया देवी की शादी सिकंदर मुखिया के साथ की गई थी। शादी के कुछ दिनों के बाद से ही दहेज में भैंस और बाइक के लिए गुड़िया देवी के साथ मारपीट की जाने लगी। उसके साथ गाली-गलौज भी की जाती थी। अंतत: दहेज नहीं मिलने पर उसके ससुराल वालों द्वारा हत्या कर दी गई। उसके पति सिकंदर कुमार मुखिया, ससुर रामविलास मुखिया, सास सुखो देवी सहित सात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। 

घर छोड़कर ससुरालवाले हुए फरार  
पुलिस कार्रवाई करते हुए मृतका के पति सिकंदर मुखिया को गिरफ्तार कर लिया है। लाश की पोस्टमार्टम कर मायके वाले को दे दी गई है। थानाध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है और सभी नामजद के गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी जारी है। मिली जानकारी के अनुसार ससुराल वालों ने विवाहिता की हत्या तो कर दी। लेकिन लाश को ठिकाने लगाने के लिए वह प्लान बना रहे थे। प्लान के तहत उन्होंने शव को बलान और कमला नदी के बीच में गाड़ दिया था। वे लोग रात में लकड़ी की व्यवस्था कर उसको जलाने की योजना बना रहे थे। लेकिन किसी ने मायके वालों को खबर कर दी। उसके बाद सभी मौका देखकर फरार हो गए।