सार

बिहार में सियासी उलटफेर के बाद नीतिश कुमार ने महागठबंधन करते हुए बीजेपी से नाता तोड़ फिर से सरकार बनाई है। इसके साथ ही नीतिश कुमार एक बार फिर सीएम बने है। अब मंत्रीमंडल बनाने के लिए मंत्रियों के नाम पर विचार किया जा रहा है। जो कि आजादी के दिन के बाद किया जाएगा।

पटना (बिहार).  बिहार में दो दिनों के सियासी उलटफेर के बाद आखिरकार महागठबंधन की सरकार बन गई। इसके साथ ही नीतीश कुमार एक बार फिर सूबे के मुख्यमंत्री बने, वहीं लालू के बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बनाए गए। अब आगे मंत्रीमंडल के लिए माथापच्ची हो रही है। राजनीतिक एक्सपर्ट अपने-अपने कयास लगा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, मंत्रीमंडल के लिए मंत्रियों का नाम लगभग फाइनल हो गया है। बिहार के मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के बाद बिहार में मंत्रीमंडल का विस्तार होगा।

कांग्रेस को भी मिल सकते है तीन या चार पद
सूत्रों के अनुसार जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार बिहार सरकार में 16 से 18 मंत्री राजद के होंगे जबकि कांग्रेस को 3 या 4 पद मिल सकते है। कांग्रेस कोटे से मदन मोहन झा, अजीत शर्मा, शकील अहमद खान और राजेश कुमार राम को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं जीतन राम मांझी की पार्टी हम पिछली सरकार की तरह ही इस सरकार ने भी एक सीट लेने में सफल होगी। वहीं नीतीश कुमार की नयी कैबिनेट में निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को भी फिर से मंत्री बनने का अवसर मिल सकता है। 

आरजेडी कोटे से संभावित मंत्री
आरजेडी कोटे से तेजप्रताप यादव, कुमार सर्वजीत, अख्तरुल इस्लाम शाहीन, आलोक कुमार मेहता, अवध बिहारी चौधरी, ललित यादव, अनिता देवी, जितेन्द्र कुमार राय, अनिल सहनी, चन्द्रशेखर, भाई वीरेन्द्र, भारत भूषण मंडल, शाहनवाज, समीर महासेठ, वीणा सिंह, रणविजय साहू, सुरेन्द्र राम, सुनील सिंह और केदार सिंह मैं कोई एक, बच्चा पांडेय और राहुल तिवारी में कोई एक, कार्तिक सिंह और सौरभ कुमार में कोई एक को मंत्री बनने का अवसर मिल सकता है। 

जेडीयू से इन्हें मिल सकता है मौका
वहीं जेडीयू कोटे से बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, उपेंद्र कुशवाहा, संजय झा, लेसी सिंह, सुनील कुमार, जयंत राज, जमां खान, अशोक चौधरी को मंत्री बनाया जा सकता है।

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