सार

बीते 8 मार्च को हांगकांग से होली मनाने मुंगेर का रिंकेश कुमार अपने घर आया था। घर लौटने पर उसे बुखार, खांसी और  सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही थी। डॉक्टर उसे कोरोना का संदिग्ध मानकर इलाज कर रहे थे। लेकिन शनिवार को वो मायागंज हॉस्पिटल से बिना बताए फरार हो गया। 
 

भागलपुर। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मुंगेर से आए कोरोना के संदिग्ध 30 वर्षीय मर्चेंट नेवी के जवान रिंकेश कुमार के भागने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा है। हांगकांग से लौटे जवान रिंकेश का शुक्रवार को सैंपल लिया गया था। डॉक्टरों ने उसे दो दिनों तक निगरानी में रखने के लिए वार्ड में भर्ती किया था, लेकिन दोपहर दो बजे के बाद वह भाग गया। उसकी रिपोर्ट आने में दो-तीन दिन लगेंगे। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा चिंतित है कि यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तब क्या होगा? 

मुंगेर सीएस व प्रधान सचिव को भेजा संदेश
मामले की गंभीरता देखकर अस्पताल अधीक्षक रामचरित्र मंडल ने मुंगेर के सिविल सर्जन, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और डब्ल्यूएचओ को पूरी जानकारी से अवगत कराते हुए त्राहिमाम संदेश भेजा है। अब पूरा स्वास्थ्य महकमा रिंकेश को ढूंढने में लगा है। रिंकेश को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। खांसी भी थी। इसलिए उन्हें जमालपुर पीएचसी में भर्ती कराया गया था। जहां से उसे मुंगेर सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। ब्लड सैंपल के लिए रिंकेश को शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजा गया था। 

संपर्क में आए लोगों में फैल सकता है कोरोना
हालांकि अभी उममें कोरोना के सभी लक्षण नहीं मिले थे। नोडल पदाधिकारी डॉ. हेमशंकर शर्मा ने बताया कि अब तक 6 संदिग्धों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। लेकिन हांगकांग से आए युवक की रिपोर्ट नहीं आई है। रिंकेश की ट्रैवल हिस्ट्री और सिनटम देख कर डॉक्टर उसे कोरोना का संदिग्ध मरीज मान रहे थे। हालांकि पूणे स्थित जांच घर से रिंकेश का जांच रिपोर्ट आने में अभी दो से तीन दिनों का समय लगेगा। डॉक्टरों को चिंता इस बात की है कि यदि रिंकेश का रिपोर्ट पॉजीटिव रहा तो क्या होगा। इस दौरान उसके संपर्क में आए लोगों में भी कोरोना फैल सकता है।