सार
इस पुरस्कार की शुरुआत 1969 में हुई थी। इस साल दादा साहब फाल्के का जन्म शताब्दि वर्ष था। अभिनेत्री देविका रानी को पहला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिला था।
मुंबई.बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले एक्टर अमिताभ बच्चन को सिनेमा जगत का सबसे बड़ा पुरस्कार दादा साहेब फाल्के से नवाजे जाने के लिए सरकार द्वारा ऐलान किया गया है। इस बात की जानकारी सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने दी। भारत सरकार की ओर से भारतीय सिनेमा में आजीवन योगदान के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार दिया जाता है। ये वार्षिक पुरस्कार है। इस पुरस्कार की शुरुआत 1969 में हुई थी। इस साल दादा साहब फाल्के का जन्म शताब्दि वर्ष था। अभिनेत्री देविका रानी को पहला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार मिला था। इस पुरस्कार के अंतर्गत विजेता को दस लाख रुपए नकद, एक गोल्ड मेडल व एक शॉल प्रदान की जाती है। 2017 में भारत सरकार ने विनोद खन्ना को ये पुरस्कार दिया था।
ऐसे में आपको बताते हैं 1969-2019 तक के वो स्टार्स, जिन्हें इस पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। यहां देखें लिस्ट...
वर्ष (समारोह) | नाम | फिल्म इंडस्ट्री |
2018 (66वीं) | अमिताभ बच्चन | हिंदी |
2017 (65वीं) | विनोद खन्ना | हिन्दी |
2016 (64वीं) | कसिनाथुनी विश्वनाथ | तेलुगू |
2015 (63वीं) | मनोज कुमार | हिन्दी |
2014 (62वीं) | शशि कपूर | हिन्दी |
2013 (61वीं) | गुलजार | हिन्दी |
2012 (60वीं) | प्राण | हिन्दी |
2011 (59वीं) | सौमित्र चटर्जी | बंगाली |
2010 (58वीं) | के. बालचन्दर | तमिल |
2009 (57वीं) | डी. रामानायडू | तेलुगू |
2008 (56वीं) | वी. के. मूर्ति | हिन्दी |
2007(55वीं) | मन्ना डे | बंगाली |
2006 (54वीं) | तपन सिन्हा | बंगाली |
2005 (53वीं) | श्याम बेनेगल | हिन्दी |
2004 (52वीं) | अडूर गोपालकृष्णन | मलयालम |
2003 (51वीं) | मृणाल सेन | बंगाली |
2002 (50वीं) | देव आनन्द | हिन्दी |
2001 (49वीं) | यश चोपड़ा | हिन्दी |
2000 (48वीं) | आशा भोसले | हिन्दी |
1999 (47वीं) | ऋषिकेश मुखर्जी | हिन्दी |
1998 (46वीं) | बी. आर. चोपड़ा | हिन्दी |
1997 (45वीं) | कवि प्रदीप | हिन्दी |
1996 (44वीं) | शिवाजी गणेशन | तमिल |
1995 (43वीं) | राजकुमार | कन्नड़ |
1994 (42वीं) | दिलीप कुमार | हिन्दी |
1993 (41वीं) | मजरूह सुल्तानपुरी | हिन्दी |
1992 (40वीं) | भूपेन हजारिका | असमिया |
1991 (39वीं) | भालजी पेंढारकर | मराठी |
1990 (38वीं) | अक्कीनेनी नागेश्वर राव | तेलुगू |
1989 (37वीं) | लता मंगेशकर | हिन्दी |
1988 (36वीं) | अशोक कुमार | हिन्दी |
1987 (35वीं) | राज कपूर | हिन्दी |
1986 (34वीं) | बी. नागी. रेड्डी | तेलुगू |
1985 (33वीं) | वी. शांताराम | हिन्दी |
1984 (32वीं) | सत्यजीत रे | बंगाली |
1983 (31वीं) | दुर्गा खोटे | हिन्दी |
1982 (30वीं) | एल. वी. प्रसाद | हिन्दी |
1981 (29वीं) | नौशाद | हिन्दी |
1980 (28वीं) | पैडी जयराज | हिन्दी |
1979 (27वीं) | सोहराब मोदी | हिन्दी |
1978 (26वीं) | रायचन्द बोराल | बंगाली |
1977 (25वीं) | नितिन बोस | बंगाली |
1976 (24वीं) | कानन देवी | बंगाली |
1975 (23वीं) | धीरेन्द्रनाथ गांगुली | बंगाली |
1974 (22वीं) | बोम्मीरेड्डी नरसिम्हा रेड्डी | तेलुगू |
1973 (21वीं) | रूबी मयेर्स (सुलोचना) | हिन्दी |
1972 (20वीं) | पंकज मलिक | बंगाली एवं हिन्दी |
1971 (19वीं) | पृथ्वीराज कपूर | हिन्दी |
1970 (18वीं) | बीरेन्द्रनाथ सिरकर | बंगाली |
1969 (17वीं) | देविका रानी | हिन्दी |
कौन थे दादा साहेब फाल्के
दादा साहेब फाल्के ने भारत की पहली साइलेंट फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' बनाई थी। फाल्के का जन्म अप्रैल 1870 में एक मराठी परिवार में हुआ था। उन्होंने नासिक में पढ़ाई की। इसके बाद वे मुंबई में सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट स्कूल में नाटक और ट्रेनिंग ली। इसके बाद वे जर्मनी चले गए। वहां उन्होंने फिल्म बनाना सीखा। वहां से लौटने के बाद उन्होंने पहली फिल्म हरिश्चंद्र बनाई।