सार

सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि, पिछले 7 साल में केंद्र का राजकोषीय घाटा दोगुना हो गया है और इस बजट के बाद यह घाटा और बढ़ने वाला है। बजट में किसान, आम आदमी, गरीब, महिलाओं एवं वंचित वर्ग के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं है।

जयपुर : केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मंगलवार को केंद्रीय बजट (Budget 2022 ) पेश किया है। करीब डेढ़ घंटे के अपने भाषण में वित्त मंत्री ने कई बड़े ऐलान किए हैं और बजट को अगले 25 साल का ब्लू प्रिंट बताया। बजट को जहां NDA नेता प्रगतिशील बता रहे हैं तो वहीं कांग्रेस नेता इसे मिडिल क्लास के साथ विश्ववासघात वाला बजट करार दे रहे हैं। आइए जानते हैं राज्यों के नेताओं का बजट पर क्या है रिएक्शन..

अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री, राजस्थान
राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने (Ashok Gehlot) ने केंद्रीय बजट को महंगाई बढ़ाने वाला, उद्योगपतियों की जेब भरने वाला एवं आम आदमी, किसान, मजदूर की जेब खाली करने वाला बताया है। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि, पिछले 7 साल में केंद्र का राजकोषीय घाटा दोगुना हो गया है और इस बजट के बाद यह घाटा और बढ़ने वाला है। बजट में किसान, आम आदमी, गरीब, महिलाओं एवं वंचित वर्ग के लिए कोई विशेष प्रावधान नहीं है। गहलोत ने आगे कहा कि बजट में रोजगार के नए आंकड़े पेश किए गए हैं परन्तु सरकार की कोई ठोस कार्ययोजना नहीं दिखाई देती है और इसका हश्र भी 2 करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष के वादे जैसा ही होगा।

गोविंद सिंह डोटारस, अध्यक्ष, राजस्थान कांग्रेस
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि इस बजट से आम आदमी को कोई फायदा नहीं होने वाला है और खासकर युवाओं, किसानों के लिए यह निराशा वाला बजट है। डोटासरा ने कहा कि महंगाई कम करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है और केंद्र सरकार ने बजट में केवल उद्योगपतियों का ध्यान रखा है।

वसुंधरा राजे, पूर्व मुख्यमंत्री, राजस्थान
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने ट्वीट कर बजट का बखान किया। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के साल पेश हुआ बजट निश्चित रूप से आत्मनिर्भर भारत की आशाओं पर खरा उतरने वाला है। राजे ने कहा कि राष्ट्रोत्थान की नई परिभाषा लिखने वाले इस बजट में देश के सभी वर्गों का विकास निहित है, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आएगा। राजे के मुताबिक हमें पूर्ण विश्वास है कि सभी 135 करोड़ भारतीयों के समग्र विकास को समर्पित यह बजट एक संपन्न भारत की आधारशिला रखकर कोरोना के कारण आई विपदाओं से निपटने में सहायक सिद्ध होगा।

देवेंद्र फडणवीस, पूर्व मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र
वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि महामारी के बाद भी देश की इकॉनॉमी दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से बढ़ने वाली इकॉनॉमी हो रही है। 9.2 फीसदी की दर से ग्रोथ हो रहा है। आप समझ सकते हैं भारत आज कहां जा रहा है। महाराष्ट्र की बात करें तो यहां सहकारिता क्षेत्र की अहमियत कितनी है, यह सबको मालूम है। महाराष्ट्र के शुगर मिलों का टैक्स पहले ही माफ कर दिया गया था। इससे उन्हें 9 हजार करोड़ की छूट मिली थी। इस बार सहकारिता क्षेत्र को निजी क्षेत्र से प्रतिस्पर्द्धात्मक बनाने का काम किया गया है। पहले लिए जाने वाले 18 फीसदी टैक्स को सहकारिता क्षेत्र के लिए घटा कर 15 फीसदी कर दिया गया। यह बहुत बड़ा रिलीफ है। निजी क्षेत्र के लिए 15 फीसदी कर और सहकारिता क्षेत्र के लिए 18.5 फीसदी टैक्स से जो गैप पैदा हुआ था, वो अब खत्म कर दिया गया है। अब सहकारिता क्षेत्र को भी निजी संस्था के हिसाब से ही टैक्स देना होगा।

शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने बजट के लिए पीएम को बधाई देते हुए कहा कि ये बजट समृद्ध, शक्तिशाली और विकसित भारत के निर्माण का बजट है। अधोसंरचना विकास के लिए 35 फीसदी से अधिक राशि बजट में बढ़ाई गई है। इससे अधोसंरचना विकास के साथ-साथ रोजगार के अवसर सृजित होंगे। 

कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री, मप्र
कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) ने कहा कि बजट में बेरोजगारी, कृषि क्षेत्र के बारे में कुछ नहीं है. बजट में है क्या? आम नागरिक को बजट में कौनसी राहत दी गई है। बड़े-बड़े उद्योगपतियों को इससे लाभ होगा।

नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
बिहार (BIHAR) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आम बजट की तारीफ की है। उन्होंने कहा है केंद्र सरकार द्वारा पेश किया गया बजट सकारात्मक और स्वागत योग्य है। सीएम नीतीश कुमार ट्वीट कर बजट को सराहनीय बताया है। सीएम नीतीश कुमार ने ट्वीट किया है- पिछले दो वर्षों से देश का आर्थिक विकास कोरोना महामारी के चलते प्रभावित रहा है। इन विषम परिस्थितियों से निकलने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अपने बजट के माध्यम से देश के विकास की गति को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं वे सराहनीय हैं। देश में बड़े पैमाने पर आधारभूत संरचना के निर्माण का निर्णय भी स्वागत योग्य है। राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधनों से गंगा के दोनों किनारों के 13 जिलों में जैविक कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है।

हरीश रावत, पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
उत्तराखंड (Uttarakhand) के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) ने बजट को निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने पांच राज्यों में होने वाले आगामी चुनावों को देखते हुए यह बजट पेश किया है। यह बजट पूरी तरह से निराशाजनक है।

भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ 
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा 'यह दिशाहीन बजट है. सब लोग सोच रहे थे कि किसान, मजदूरों को कुछ मिलेगा लेकिन कुछ नहीं है। बजट में किसानों की आय को दोगुनी करने के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। बजट में नौजवानों और बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं है।' सीएम ने कहा कि 'स्मार्ट सिटी' कितनी स्मार्ट हुई हैं, ये भी नहीं बता पाए। उन्होंने कहा कि पुराने बजट में जितने विषय शामिल थे उनको भी लेकर कोई प्रावधान नहीं है। इस बजट में महिलाओं के लिए भी कुछ नहीं है।

रमन सिंह, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़
वहीं, छत्तीसगढ़ में बीजेपी नेता और पूर्व सीएम रमन सिंह (Raman Singh) ने कहा कि यह बजट समृद्धशाली और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए है। उन्होंने कहा कि बजट में 130 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का समावेश है। अगले 25 साल का ब्लू प्रिंट बजट में बनाया गया है. यह बजट किसानों, गरीबों को मजबूत बनाएगा और देश के युवाओं के लिए बेहतर भविष्‍य का सृजन करेगा।

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