सार
जियो पॉलिटिकल टेंशन (Geo Political Tension) की वजह से कच्चे तेल की कीमतें (Crude Oil Prices) आज 11 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल के दाम (WTI Crude Oil Prices) आज करीब 116.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं। ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम (Brent Crude Oil Prices) आज बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई।
बिजनेस डेस्क। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) की वजह से बढ़ते जियो पॉलिटिकल टेंशन (Geo Political Tension) के बीच कच्चे तेल की कीमत इंटरनेशनल मार्केट (Crude Oil Price in International Market) में 11 हाई पर पहुंच गई है। जानकारों की ओर से साफ संकेत मिल चुके हैं कि जैसे ही चुनाव खत्म होंगे ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा (Petrol Diesel Price Hike) होना शुरू हो जाएगा। यह तेजी रोज के हिसाब 50 पैसे प्रति लीटर की दर से देखने को मिल सकती है। जिसकी जह से लांग टर्म में फ्यूल की कीमतों (Fuel Prices) में 25 रुपए प्रति लीटर का इजाफा देखने को मिल सकता है। जिस कारण से जिन शहरों मेें पेट्रोल के दाम (Petrol Price) टैक्स की कटौती की वजह से 100 रुपए प्रति लीटर से नीचे आ गए थे और फिर से शतक ही नहीं लगाएंगे बल्कि एक नए लेवल पर भी पहुंच सकते हैं।
11 साल के हाई पर क्रूड ऑयल के दाम
जियो पॉलिटिकल टेंशन की वजह से कच्चे तेल की कीमतें आज 11 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल के दाम आज करीब 116.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं। ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम आज बढ़कर 120 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई। कमोडिटी बाजार के एक्सपर्ट के अनुसार, आज तेल की कीमतों में यह तेजी मुख्य रूप से यूक्रेन-रूस वॉर और ओपेक देशों के उत्पादन में कम करने और यूक्रेन के इस रूसी आक्रमण के कारण डिमांड-सप्लाई की कमी को कम करने के कारण है। हालांकि, उन्होंने कहा कि सोने के बाद, तेल की कीमतें अत्यधिक अस्थिर होने की उम्मीद है और इसलिए निवेशकों को डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल या ब्रेंट क्रूड ऑयल में कोई भी पॉजिशन लेते समय अपने लेवल को जानना चाहिए। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी कि वे यूएस फेड की बैठक से पहले सख्त स्टॉप लॉस बनाए रखें और कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट और तेजी की उम्मीद करें।
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इस साल 50 फीसदी तक बढ़ चुके हैं दाम
इस साल इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑरूल की कीमत 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुकी है। आंकड़ों के अनुसार साल के शुरुआत में डब्ल्यूटीआई के दाम 74 डॉलर प्रति बैरल पर थे, जो आज 116.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचे थे। इस दौरान अमरीकी ऑयल के दाम में 51 फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल चुकी है। वहीं दूसरी ओर ब्रेंट क्रूड ऑयल दाम साल की शुरुआत में 77 डॉलर प्रति बैैरल पर कारोबार कर रहा था, जो आज करीब 120 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। इस दौरान ब्रेेंट क्रूड ऑयल में करीब 50 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है। जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में इसमें और तेजी देखने को मिल सकती है।
भारत में कच्चे तेल की कीमत में तेजी
वहीं दूसरी ओर कच्चे तेल की कीमत में भी तेजी का माहौल बना हुआ है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर मौजूदा समय में पांच फीसदी की तेजी के साथ 8654 रुपए प्रति बैरल पर कारोबार रहा है। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान कच्चे तेल की कीमत 8817 रुपए प्रति बैरल के साथ नए हाई पर पहुंच गया। आज वायदा बाजार में कच्चा तेल 8495 रुपए प्रति बैरल पर ओपन हुआ था। साल की शुरुआत कच्चे तेल की कीमत 5700 रुपए प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। जबकि आज कच्चा तेल 8800 रुपए प्रति बैरल पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि साल 2022 में भारत के वायदा बाजार में कच्चा तेल करीब 55 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है।
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अभी जारी रह सकती है तेजी
कच्चे तेल की कीमतों में इन दिनों तेज उछाल की वजह पर बात करते हुए मोतीलाल ओसवाल में रिसर्च के वाइस प्रेसीडेंट अमित सजेजा ने कहा कि ऑयल प्रोड्यूसर ओपेक देशों ने ऑयल प्रोडक्शन बढ़ाने की अमेरिकी मांग को अस्वीकार कर दिया है। वहीं दूसरी ओर रूस ने यूक्रेन पर युद्घ शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैैं। जिससे रूसी ऑयल मार्केट में नहीं आ सकेगा। जिसका असर इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमत पर पड़ रहा है। यह तेजी आगे भी जारी रहने की उम्मीद है लेकिन यह एक तरफा नहीं होगी। अमित सजेजा आगे कहते हैैं कि यूएस फेड की बैठक से पहले इसके अत्यधिक अस्थिर रहने की उम्मीद है और हम कच्चे तेल की कीमतों में तेज उछाल और गिरावट दोनों देख सकते हैं।
128 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकते हैं क्रूड ऑयल के दाम
कच्चे तेल की कीमतों में और वृद्धि की उम्मीद पर आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता कहते हैं यूएस फेड की बैठक से पहले, तेल की कीमतों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव की उम्मीद है, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध में युद्धविराम की ओर जाने वाली कुछ खबरें आने तक सेंटिमेंट्स पॉजिटिच रह सकती हैं। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों को 104 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर मजबूत समर्थन है और उच्च स्तर पर, डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतें 125 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक जाने की उम्मीद है जबकि ब्रेंट क्रूड ऑयल 128 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकता है।
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25 रुपए तक महंगा हो सकता है क्रूड ऑयल के दाम
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि अगर क्रूड ऑयल के दाम 115 डॉलर प्रति बैरल पर बने रहते हैं तो आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम 25 रुपए प्रति लीटर तक का इजाफा देखने को मिल सकता है। अगर फ्यूल प्राइस में 25 रुपए प्रति लीटर तक का इजाफा होता है देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम 120 रुपए प्रति लीटर और मुंबई में पेट्रोल की कीमत135 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच सकते हैं। जानकारों की मानें 25 रुपए प्रति लीटर के इजाफे बाद देश में कोई भी शहर ऐसा नहीं होगा, जहां पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर से ज्यादा हो जाएंगे। आपको बता दें कि देश में बीते चार महीनों से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को मिला है।
दीपावली के मौके पर वैट हुआ था कम
दिल्ली में, ईंधन बाकी महानगरों की तुलना में अपेक्षाकृत सस्ता है क्योंकि राज्य सरकार ने पहले पेट्रोल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) को कम करने का फैसला किया था, जिससे शहर में ईंधन की कीमत लगभग 8 रुपए प्रति लीटर कम हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया कि पेट्रोल पर वैट मौजूदा 30 प्रतिशत से घटाकर 19.4 प्रतिशत किया जाएगा, जिससे करीब 8 रुपए प्रति लीटर की कटौती होगी। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि वैट कटौती के बाद पेट्रोल की कीमत मौजूदा 103 रुपए प्रति लीटर से घटकर 95 रुपए प्रति लीटर हो जाएगी।
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केंद्र सरकार ने पहले ही थी कटौती
इससे पहले, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत उत्तर प्रदेश और हरियाणा के एनसीआर शहरों की तुलना में अधिक थी, जहां राज्य सरकारों ने ईंधन की कीमतों पर उत्पाद शुल्क को कम करने के बाद वैट में कटौती की घोषणा की थी। केंद्र ने दिवाली की पूर्व संध्या पर, ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की घोषणा की, जिसके परिणामस्वरूप देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आई। सरकार ने पेट्रोल की कीमत में 5 रुपए और डीजल की कीमत में 10 रुपए की कटौती की थी। इस फैसले के बाद, कई राज्यों, ज्यादातर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और सहयोगियों ने पेट्रोल डीजल की कीमतों पर वैट में भी कटौती की है।
उसके बाद राज्यों ने वैैट किया था कम
विपक्ष शासित पंजाब और राजस्थान ने भी पेट्रोल की कीमतों में सबसे बड़ी कटौती की घोषणा की। राज्य के स्वामित्व वाले ईंधन खुदरा विक्रेताओं द्वारा साझा की गई मूल्य सूची के अनुसार, उत्पाद शुल्क और वैट कटौती के संयुक्त प्रभाव के परिणामस्वरूप पंजाब में पेट्रोल की कीमत में 16.02 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 19.61 रुपए प्रति लीटर की कमी की गई। राज्य में पेट्रोल की कीमत पर वैट में 11.02 रुपए जबकि डीजल पर 6.77 रुपए की कटौती की गई। लद्दाख में डीजल की कीमतों में सबसे ज्यादा कमी देखी गई क्योंकि दरों में 9.52 रुपए प्रति लीटर की कमी आई है। यह उत्पाद शुल्क में 10 रुपए प्रति लीटर की गिरावट के कारण वैट में कटौती के कारण है।
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चारों महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपए प्रति लीटर है जबकि डीजल की कीमत 86.67 रुपए प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल 109.98 रुपए प्रति लीटर और डीजल 94.14 रुपए प्रति लीटर पर खरीदा जा सकता है। चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 101.40 रुपए है। गुरुवार को एक लीटर डीजल की कीमत 91.43 रुपए प्रति लीटर थी। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 104.67 रुपए प्रति लीटर है जबकि डीजल की कीमत 101.56 रुपए प्रति लीटर है। भोपाल में जहां पेट्रोल 107.23 रुपए प्रति लीटर पर खरीदा जा सकता है, जिसमें 6.27 रुपए की कटौती की गई है, वहीं डीजल की कीमत 90.87 रुपए प्रति लीटर है।