सार

अब आप व्हाट्सएप के जरिये डिजिलॉकर को एक्सेस कर सकेंगे। एक नंबर के जरिये आप डिजिलॉकर की सुविधा ले सकेंगे। डिजिलॉकर की सुविधा कोरोना की जानकारी देने के लिए की गई थी, लेकिन अब इसका इस्तेमाल ई-कॉमर्स के लिए किया जाने लगा है। 

नई दिल्लीः व्हाट्सएप (Whatsapp) के यूजर्स के लिए बड़ी खबर है। व्हाट्सएप से ही अब डिजिलॉकर (DigiLocker) को एक्सेस किया जा सकेगा। माईगव (MyGov) ने सोमवार को कहा कि नागरिक अब व्हाट्सएप के जरिये माईगव हेल्पडेस्क (MyGov Helpdesk) पर डिजिलॉकर सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे। इस पहल का मकसद सरकारी सेवाओं को लोगों तक पहुंचाना है। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत यह पहल किया गया है। डिजिल़कर का उद्देश्य लोगों को उनके डिजिटल वॉलेट के जरिये प्रमाणिक दस्तावेजों तक एक्सेस देना है। बता दें कि डिजिलॉकर में रखे गए डॉक्यूमेंट्स ऑरिजिनल डॉक्यूमेंट्स की तरह माना जाता है। 

व्हाट्सएप पर डाउनलोड कर सकेंगे डिजिल़ॉकर के डॉक्यूमेंट्स
एक बयान के अनुसार, ‘‘नागरिक अब व्हाट्सएप पर माईगव हेल्पडेस्क के जरिये डिजिलॉकर सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। डिजिलॉकर, व्हाट्सएप पर माईगव द्वारा दी जाने वाली एक महत्वपूर्ण नागरिक सेवा होगी.’’ इन सेवाओं में डिजिलॉकर अकाउंट को क्रिएट करना और प्रमाणित करना, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज डाउनलोड करना शामिल है। देशभर में व्हाट्सएप के यूजर्स व्हाट्सएप नंबर +91 9013151515 पर ‘’नमस्ते’ या ‘हाय’ या ‘डिजिलॉकर’ भेजकर चैटबॉट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके अलावा दिए गए नंबर 9013151515 को सेव कर लें। अब व्हाट्सएप को ओपन करें और इसी नंबर पर डिजिलॉकर लिखकर भेजें। अब आपके सामने पैन कार्ड से लेकर सर्टिफिकेट तक के विकल्प होंगे। डिजिलॉकर एप की तरह व्हाट्सएप पर भी आधार कार्ड नंबर के जरिये वेरिफिकेशन होगा।वेरिफिकेशन होने के बाद आप अपने डॉक्यूमेंट्स को डाउनलोड कर सकेंगे। यह किसी सर्टिफिकेट को डाउनलोड करने जैसा होगा। 

जरूरी सेवा लोगों तक पहुंचेगा
माईगव के सीईओ अभिषेक सिंह ने कहा कि इस पहल का मकसद व्हाट्सएप के आसानी से सुलभ प्लेटफॉर्म के जरिए जरूरी सेवाओं को नागरिकों तक पहुंचाना है. इस नई पहल पर टिप्पणी करते हुए व्हाट्सएप के डायरेक्टर (पब्लिक पॉलिसी) शिवनाथ ठुकराल ने कहा कि यह डिजिटल रूप से देश को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. बता दें कि मार्च 2020 में व्हाट्सएप पर MyGov HelpDesk की शुरुआत कोरोना की जानकारी के लिए हुई थी। लांचिंग के महज 10 दिन में ही 1.7 करोड़ लोग इससे जुड़े थे। अब इसका इस्तेमाल ई-कॉमर्स सेवाओं के लिए होने लगा है। अब यूजर्स की संख्या 8 करोड़ हो गई है। इसके जरिये 3.3 करोड़ लोगों ने वैक्सीन सर्टिफिकेट डाउनलोड किया है।