सार

कोरोना क्राइसिस के कारण कई महीने तक हवाई यात्रा बंद थी। लॉकडाउन-1 के बाद 25 मई 2020 को हवाई सेवा शुरू की गई थी और उसी समय सरकार ने लोअर और अपर लिमिट तय किया था। 

नई दिल्ली. बढ़ती महंगाई के बीच सरकार ने एक और झटका दिया है। जो लोग हवाई सफर करते हैं अब उन्हें ज्यादा किराया देना पड़ेगा। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने अब मिनिमम और मैक्सिमम किराए की सीमा बढ़ा दी है जिसके बाद से एयरलाइंस कंपनियां अपने किराये में वृद्धि कर सकती हैं। किराये में मिनिमस में करीब 10 फीसदी और मैक्सिमम में करीब 13 फीसदी तक की वृद्धि की जा सकती है।

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कोरोना क्राइसिस के कारण कई महीने तक हवाई यात्रा बंद थी। लॉकडाउन-1 के बाद 25 मई 2020 को हवाई सेवा शुरू की गई थी और उसी समय सरकार ने लोअर और अपर लिमिट तय किया था। सरकार ने डोमेस्टिक एयर रूट को सात अलग-अलग कैटिगरी में बांट दिया है। अलग-अलग कैटिगरी के लिए मिनिमम और मैक्सिमम एयर फेयर तय किया गया है। 

रात में जारी किया गया ऑर्डर
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने मिनिमम किराये में 9.83% की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। मैक्सिमम किराया 12.82% बढ़ाया गया है। एविएशन मंत्रालय ने गुरुवार देर रात ऑर्डर जारी कर इसकी जानकारी दी है।

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40 मिनट की यात्रा के लिए 2900 रुपए देना होगा
मंत्रालय के ऑर्डर के अनुसार, 40 मिनट की यात्रा के लिए अब मिनिमम किराया 2,900 रुपए होगा। पहले यह 2,600 रुपए था। इतने ही समय के लिए मैक्सिमम किराया अब 8,800 रुपए होगा जो पहले यह 7,700 रुपए था। 90-120, 120-150, 150-180 और 180-210 मिनट वाली फ्लाइट के लिए नया लोअर कैप बढ़ाकर 5300, 6700, 8300 और 9800 रुपए कर दिया गया है।