सार

ग्लोबल मार्केट में सोना (Gold Price in Global Market) 18 महीनों के हाई पर पहंच गया है। एमसीएक्स पर चांदी (Silver Price in MCX) वायदा करीब 3 फीसदी यानी 1800 रुपए प्रति किलोग्राम की तेजी के साथ 71194 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया।

Gold Price: यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) के बीच भारतीय बाजारों (Indian Market) में आज सोने की कीमतों (Gold Price) में जोरदार उछाल आया। एमसीएक्स पर, सोना (Gold Price in MCX) वायदा 2.50 बढ़कर 53,945 प्रति 10 ग्राम हो गया। जबकि अगस्त 2020 में, भारतीय बाजारों में सोना 56,191 रुपए के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। ग्लोबल मार्केट में, हाजिर सोना (Gold Spot Price in International Market) 1.5 फीसदी बढ़कर 1,998.37 डॉलर प्रति औंस हो गया, जो कारोबारी सत्र के दौरान 2,000.69 डॉलर पर आ गया। ग्लोबल मार्केट में सोना (Gold Price in Global Market) 18 महीनों के हाई पर पहंच गया है। एमसीएक्स पर चांदी (Silver Price in MCX) वायदा करीब 3 फीसदी यानी 1800 रुपए प्रति किलोग्राम की तेजी के साथ 71194 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया।

क्या रह सकता है सोना और चांदी का रुख
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वीपी कमोडिटीज राहुल कलंत्री ने कहा दूसरी डॉलर इंडेक्स में मजबूती के बावजूद पिछले हफ्ते सोना-चांदी में तेजी आई। वैश्विक इक्विटी बाजारों में भी गिरावट आई है और निवेशक रिस्की असेट्स से सेफ हैवन की ओर बढ़ रहे हैं। सोने को 1970-1948 प्रति डॉलर पर समर्थन प्राप्त है। वहीं विदेशी बाजारों में सोना 2000-2022 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर देखा जा सकता है। चांदी को 25.55-25.20 डॉलर का समर्थन है, जबकि प्रतिरोध 26.30-26.80 डॉलर प्रति औंस पर है।

यह भी पढ़ेंः- Gold Silver Price, 7 March 2022: सोना पहुंचा 54 हजार करीब, चांदी 70 हजार के पार, जानिए फ्रेश प्राइस

जारी रह सकतीी है वॉर
यूक्रेन में युद्ध थमने का कोई संकेत नहीं दिखा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गंभीर पश्चिमी प्रतिबंधों और व्यापक अंतरराष्ट्रीय निंदा के बावजूद, कीव के आत्मसमर्पण करने तक आक्रमण को आगे बढ़ाने की कसम खाई है। रूस-यूक्रेन संकट ने इक्विटी बाजारों को पस्त कर दिया है और तेल की कीमतें लगभग 14 साल के हाई पर पहुंच गई हैं।  जिससे पहले से ही हाई इंफ्लेशन पर और दबाव बढ़ गया है।

कोटक सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा, रूस-यूक्रेन तनाव ने रिस्की असेट्स से सेफ हैवन में ट्रांसफर कर दिया है और इससे सोना, बॉन्ड, अमेरिकी डॉलर इत्यादि को फायदा हुआ है। इस बीच, वस्तुओं की आपूर्ति चिंताओं पर बढ़ गई है क्योंकि रूस एक प्रमुख उत्पादक है। जबकि अमेरिका और अन्य देशों ने अब तक सीधे रूसी निर्यात को लक्षित नहीं किया है, बैंकिंग और शिपिंग प्रतिबंध व्यापार को मुश्किल बना रहे हैं, जबकि कंपनियां आपूर्ति की चिंताओं को बढ़ावा देने वाली रूसी संपत्तियों में जोखिम कम कर रही हैं।

यह भी पढ़ेंः- रुपया आज अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ऑल टाइम लो पर, जाने भारत और भारतीयों को क्या होगा नुकसान

मेटल्स में तेजी रह सकती है जारी
कोटक सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा कि जहां मार्केट प्लेयर जियो पॉलिटिकल डेवलपमेंट पर फोकस कर रहे हैं। वहीं केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति के रुख को लेकर भी घबराहट है। बढ़ते जियो पॉलिटिकल टेंशन के साथ, मार्केट प्लेयर्स ने आक्रामक दरों में बढ़ोतरी की संभावना को कम कर दिया है। लेकिन एनर्जी और और कमोडिटीज की ऊंची कीमतों के कारण महंगाई का बढ़ता दबाव केंद्रीय बैंक पर कार्रवाई करने का दबाव बना सकता है। अन्य कीमती धातुओं में, पैलेडियम ने शीर्ष उत्पादक रूस से आपूर्ति की चिंताओं के बीच तेजी देखने को मिली है। जो मेटल्स के सभी माइनिंग प्रोडक्शन का 40 फीसदी है जो कि ज्यादातर गैसोलीन से चलने वाले वाहनों में कैटेलिक कन्वर्टर्स में उपयोग किया जाता है। स्पॉट पैलेडियम 5.3 फीसदी की तेजी के साथ 3,169.46 डॉलर प्रति औंस हो गया।