सार

भारत में पॉलिटिशियन को अच्छी-खासी सैलरी दी जाती है। इसके अलावा उन्हें कई तरह के भत्ते और सुविधाएं भी मिलती हैं। देश में सबसे ज्यादा वेतन राष्ट्रपति की होती है मुख्यमंत्री की सैलरी राज्य के हिसाब से अलग-अलग होती है।

बिजनेस डेस्क : भारत में इनकम टैक्स के दायरे में आने वाले हर शख्स को टैक्स चुकाना पड़ता है। प्रधानमंत्री से लेकर विधायक तक को भी अच्छी खासी सैलरी (Politician Salary in India) मिलती है। उन्हें कई तरह के भत्ते भी मिलते हैं। क्या इन लोगों को भी इनकम टैक्स देना पड़ता है? क्या राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी अपना ITR फाइल करते हैं। आइए जानते हैं देश में क्या है टैक्स का नियम और पीएम से लेकर विधायक तक की कितनी है सैलरी...

राष्ट्रपति की सैलरी कितनी है

भारत के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति की सैलरी (President Salary) हर महीने 5 लाख रुपए है। पद से रिटायर होने के बाद राष्ट्रपति को हर महीने 1.5 लाख रुपए की सैलरी दी जाती है।

उपराष्ट्रपति की कितनी सैलरी है

भारत के उपराष्ट्रपति को राष्ट्रपति से 1 लाख रुपए कम सैलरी (Vice President Salary) मिलती है। उन्हें हर महीने 4 लाख रुपए सैलरी मिलती है। इसके अलावा अन्य तरह के भत्ते भी दिए जाते हैं।

प्रधानमंत्री की सैलरी कितनी है

भारत के प्रधानमंत्री की बेसिक सैलरी (Prime Minister Salary) 1 लाख 60 हजार रुपए है। इसके साथ ही प्राइम मिनिस्टर को अलग-अलग तरह के सरकारी भत्ते और सेवाएं मिलती हैं।

सांसद की सैलरी कितनी होती है

लोकसभा की आंकड़ों के अनुसार, एक सांसद को हर महीने 1.4 लाख सैलरी दी जाती है। इसमें 50,000 वेतन, 45,000 निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, 15,000 कार्यालय खर्च, 30,000 रुपए सचिवीय सहायता होती है। इसके अलावा सालभर में 34 हवाई यात्रा समेत कई भत्ते और सुविधाएं दी जाती हैं।

राज्यपाल को कितनी सैलरी मिलती है

भारत में राज्यपाल की हर महीने 1 लाख 10 हजार रुपए सैलरी (Governor Salary in India) दी जाती है। सभी तरह के भत्ते मिलाने के बाद उनकी सैलरी 3.5 लाख रुपए हो जाती है।

मुख्यमंत्री को कितनी सैलरी दी जाती है

भारत के अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री की सैलरी (Chief Minister Salary) भी अलग-अलग है। वर्तमान में सबसे ज्यादा सैलरी कर्नाटक के मुख्यमंत्री को 4 लाख 21 हजार रुपए मिलती है। इसके बाद दिल्ली के सीएम की सैलरी आती है, जो 4 लाख प्रति महीना है।

एक विधायक की सैलरी कितनी होती है

विधायक को भी राज्य के हिसाब से सैलरी (MLA Salary) दी जाती है। अलग-अलग राज्यों में उनकी सैलरी अलग-अलग होती है।अनुच्छेद 164 के अनुसार विधायक की सैलरी राज्य विधायिका तय करती है। उत्तर प्रदेश के विधायकों को 1.87 लाख सैलरी मिलती है और मध्यप्रदेश में विधायकों को 1.50 लाख रुपए सैलरी दी जाती है। सबसे कम सैलरी त्रिपुरा के विधायकों को मिलती है। उन्हें हर महीने सिर्फ 34,000 रुपए ही मिलते हैं।

क्या राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसद, विधायक को देना पड़ता है टैक्स

टैक्स के नियम के अनुसार, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसद और विधायक सभी हो इनकम टैक्स देना पड़ता है. हालांकि, इन्हें टैक्स सिर्फ सैलरी पर ही देना होता है। मान लीजिए किसी सांसद की हर महीने की सैलरी 1 लाख रुपए है तो सालभर की सैलरी 12 लाख हुई। इसी सैलरी पर उन्हें टैक्स देना होता है।

इसे भी पढ़ें

क्या आपके पास भी आया ITR रिफंड का मैसेज, गलती से भी न करें ये काम वरना खाली हो जाएगा अकाउंट