सार
पिछले हफ्ते शेयर बाजार में काफी उथल-पुथल देखने को मिली। इस दौरान भारत की टॉप-10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से 4 के ज्वॉइंट मार्केट कैप में 23,417.15 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई।
Top Companies market cap: पिछले हफ्ते शेयर बाजार में काफी उथल-पुथल देखने को मिली। इस दौरान भारत की टॉप-10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से 4 के ज्वॉइंट मार्केट कैप में 23,417.15 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई। इनमें प्रमुख IT कंपनियों इंफोसिस (Infosys) और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है।
पिछले सप्ताह BSE सेंसेक्स में 540.9 अंकों की तेजी देखी गई। इस दौरान जिन 4 कंपनियों के मार्केट कैप में गिरावट देखी गई उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और इंफोसिस शामिल हैं। वहीं, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, भारती एयरटेल, और बजाज फाइनेंस के बाजार पूंजीकरण में संयुक्त रूप से 17,386.45 करोड़ रुपये का इजाफा देखा गया।
इन्फोसिस और TCS के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा गिरावट
पिछले हफ्ते के दौरान इन्फोसिस के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। इन्फोसिस का मार्केट कैप 8,465.09 करोड़ रुपये घटकर 5,68,064.77 करोड़ रुपये रह गया। वहीं, TCS के मार्केट कैप में 6,604.59 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई और ये 12,28,453 करोड़ रुपए रह गया।
HUL और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में भी गिरावट
वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर का मार्केट कैप 5,133.85 करोड़ रुपये घटकर 5,84,284.61 करोड़ रुपये रह गया। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 3,213.62 करोड़ रुपये घटकर 15,65,781.62 करोड़ रुपये रह गया।
बैंकों के मार्केट कैप में उछाल
HDFC बैंक का बाजार पूंजीकरण 5,236.31 करोड़ रुपये बढ़कर 11,31,079.20 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा ICICI बैंक के मार्केट कैप में 3,520.92 करोड़ रुपये का इजाफा देखा गया और यह 6,57,563.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पब्लिक सेक्टर के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक के मार्केट कैप में 1,115.58 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई और ये 5,17,092.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
ये भी देखें :
कौन हैं भक्ति मोदी, जिन्हें मुकेश अंबानी की कंपनी में मिला बड़ा रोल
PM Kisan Samman Nidhi:जानें किस दिन किसानों के खाते में आएगी 15वीं किस्त, ऐसे चेक करें अपना पैसा