सार
प्रधानमंत्री जनधन योजना को 28 अगस्त को 10 साल पूरे हो गए। इस योजना के तहत, 52.39 करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों ने बैंक अकाउंट खोले हैं और इन खातों में कुल जमा राशि 2.30 लाख करोड़ रुपए हो गई है।
बिजनेस डेस्क. प्रधानमंत्री जनधन योजना को आज यानी 28 अगस्त को 10 साल पूरे हो चुके है। इस योजना को 28 अगस्त 2014 को कई उद्देश्यों की पूर्ति के लिए शुरू किया गया था। इसके चलते डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर जैसी योजनाएं सफल हो सकी है। इसी कोविड-19 और मनरेगा जैसी योजनाओं से मिलने वाली रकम भी इन्हीं खातों में भेजी जाती है। अब प्रधानमंत्री जनधन योजना के 10 साल पीएम नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है।
साल 2014 में शुरू हुई थी योजना
साल 2014 में 28 अगस्त को केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री जनधन योजना शुरू की थी। इसमें जीरो बैलेंस पर अपना बैंक अकाउंट खोलने की सहूलियत दी जाती है। सरकार के मुताबिक, इस योजना के लाभार्थी 52.39 करोड़ से ज्यादा है। इन खातों में कुल जमा राशि 2.30 लाख करोड़ रुपए हो गई है।
जानें क्या है योजना का उद्देश्य
साल 2014 में आम लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने के लिए इस योजना को लाया गया था। इसमें लाभार्थियों के बचत बैंक खाता खोलना, उनके लिए लोन की राह आसान करना और बीमा और पेंशन की सुविधा मुहैया करवाना है। साथ ही इस योजना में कई सुविधाएं दी जा रही है।
जनधन और बचत खाते में कितना अंतर
जनधन खाते और सामान्य सेविंग अकाउंट में सिर्फ थोड़ा ही अंतर होता है। सेविंग अकाउंट में कम रकम पर चार्ज देना पड़ता है। वहीं, जनधन जैसी अतिरिक्त सुविधाएं नहीं मिलती है। लेकिन PM जनधन योजना के तहत खोले गए खाते से रकम निकालने की लिमिट काफी कम है।
जन धन योजना के खाताधारकों को सुविधा
- जनधन योजना के हितग्राहियों को 1 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा मिलता है। साथ ही 30 हजार रुपए का लाइफ कवर भी मिलता है।
- इस योजना में 10 हजार रुपए की ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलती है।
- अगर आपके खाते में बैलेंस जीरो भी हो जाए, तो आपको कोई चार्ज नहीं देना पड़ता है। यानी की जीरो बैलेंस खाता खोलने की सुविधा मिलती है।
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