सार

रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी किया है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया, 'जीएसटी कलेक्शन, PMI (परजेचिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे महत्वपूर्ण आंकड़े काफी स्ट्रॉन्ग हुए हैं।

बिजनेस डेस्क : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट में बदलाव न करते हुए इसे 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, 'कर्ज का स्तर बढ़ने, भू-राजनीतिक तनाव और खराब मौसम की वजह से ग्लोबल इकोनॉमी अभी भी काफी नाजुक बनी है।' उन्होंने कहा, 'वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी है। हमारी बुनियाद काफी मजबूत है। देश की आर्थिक वृद्धि में ग्रोथ का अनुमान है और जनता को महंगाई से भी राहत मिल सकती है।'

आर्थिक वृद्धि का अनुमान

रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी किया है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया, 'जीएसटी कलेक्शन, PMI (परजेचिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे महत्वपूर्ण आंकड़े काफी स्ट्रॉन्ग हुए हैं। जिन्हें देखते हुए चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर के 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।'

महंगाई से मिलेगी राहत

आरबीआई ने खुदरा महंगाई दर के अनुमानित आकंड़े भी जारी कर दिए हैं। अक्टूबर-दिसंबर 2023 के लिए 5.6 फीसदी, जनवरी-मार्च 2024 के लिए 5.2 फीसदी और अप्रैल-जून 2024 लिए 5.2 फीसदी बताया गया है। इनमें कोई बदलाव आरबीआई ने नहीं किया है। जुलाई-सितंबर 2024 और अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए 4.0 फीसदी और 4.7 फीसदी रहने का अनुमान रिजर्व बैंक ने जताया है।

RBI के फैसलों से उछला शेयर बाजार

आरबीआई की नीतिगत दरों की घोषणा से स्टॉक मार्केट में उछाल देखने को मिल रहा है। सेंसेक्स अपने शीर्ष स्तर पर पहुंच गया है। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 0.43 फीसदी की उछाल के साथ 69,820 के पास ट्रेड कर रहा है, जबकि निफ्टी भी इसी समय तक शीर्ष 21,006 पर पहुंच गया है। निवेशकों को अच्छा मुनाफा हो रहा है।

इसे भी पढ़ें

RBI Monetary Policy : महंगे लोन से नहीं मिली राहत, रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं

 

नए साल से नहीं होगी पैसों की कमी, जानें क्या करें क्या नहीं?