सार

हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी ग्रुप और सेबी चीफ के बीच संबंधों पर सवाल उठाए जाने के बाद, सेबी ने निवेशकों को शांत रहने और उचित सावधानी बरतने की सलाह दी है। 

SEBI advised Investors on Hindenburg claim: हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी ग्रुप और सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के कनेक्शन का खुलासा होने के बाद शेयर मार्केट रेगुलेटर SEBI ने इनवेस्टर्स को शांत रहने और उचित सावधानी बरतने की सलाह दी है। दरअसल, हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप और सेबी चीफ के संबंधों को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट में खुलासा किया है कि सेबी अध्यक्ष और उनके पति का अडानी समूह से जुड़े ऑफशोर फंड में अघोषित निवेश है। हिंडनबर्ग ने कहा कि इन निवेशों की वजह से सेबी अडानी ग्रुप्स के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। इस रिपोर्ट के आने के बाद सोमवार को खुलने वाले शेयर मार्केट पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका है। माना जा रहा है कि हिंडनबर्ग के आरोपों से मार्केट धड़ाम हो सकता है।

सेबी ने शेयर मार्केट इनवेस्टर्स को दी शांत रहने की सलाह

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कहा कि अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों की सेबी द्वारा विधिवत जांच की गई है। 24 में से 23 जांच मार्च 2024 में पूरी हो गई हैं। बची हुई एक जांच जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। नीतिगत तौर पर, सेबी किसी भी जांच और चल रहे प्रवर्तन मामले पर टिप्पणी करने से बचता है।

मार्केट रेगुलेटर का दावा चेयरपर्सन ने समय-समय पर सारे डिस्क्लोजर किए

सेबी ने बयान में कहा कि अध्यक्ष माधबी बुच ने समय-समय पर प्रासंगिक खुलासे किए हैं। माधबी बुच ने संभावित हितों के टकराव से जुड़े मामलों से खुद को हमेशा से अलग रखा। सेबी ने कहा कि रिपोर्ट जून में हिंडनबर्ग रिसर्च को कारण बताओ नोटिस जारी करने की उसकी कार्रवाई पर सवाल उठाती है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने प्रतिभूति कानूनों का उल्लंघन किया है।

शेयर मार्केट रेगुलेटर ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने खुद को जारी किया गया कारण बताओ नोटिस अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध कराया है। कारण बताओ नोटिस में इसके जारी होने के कारण शामिल हैं। इस मामले में कार्यवाही जारी है और इसे स्थापित प्रक्रिया के अनुसार और प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के अनुपालन में निपटाया जा रहा है। सेबी के सदस्यों की जांच के लिए हमारे पास पर्याप्त आंतरिक सिस्टम है। प्रतिभूतियों की होल्डिंग और उनके हस्तांतरण के संदर्भ में आवश्यक प्रासंगिक डिस्क्लोजर अध्यक्ष द्वारा समय-समय पर किए गए हैं। पढ़िए क्या है हिंडनबर्ग का आरोप और आरोपों पर क्या है माधबी बुच का बयान…