सार
12 अप्रैल, 2024 को बीते कारोबारी दिन शेयर बाजार में सेंसेक्स 793.25 अंक की गिरावट के साथ 74,244.90 अंकों पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 234.40 टूटकर 22,519.40 के स्तर पर बंद हुआ था।
बिजनेस : ईरान-इजरायल तनाव का असर आज घरेलू शेयर बाजार पर देखने को मिला। सोमवार, 15 अप्रैल 2024 को सेंसेक्स-निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 845.12 अंक (1.14%) की गिरावट के साथ 73,399.78 अंकों पर बंद हुआ है। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भी 246.90 अंक (1.10%) टूटकर 22,272.50 के स्तर पर बंद हुआ। सोमवार को टॉप गेनर की बात करें तो ONGC, हिंडाल्को इंडस्ट्री, मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki), Nestle India और भारतीय एयरटेल (Bharti Airtel) निफ्टी के टॉप गेनर रहे। जबकि, टॉप लूजर में सियाराम फाइनेंस, विप्रो, बजाज फाइनेंस, ICICI बैंक और Bajaj Finserv रहे। ऐसे में आइए जानते हैं शेयर बाजार में गिरावट की 3 सबसे बड़े कारण...
स्टॉक मार्केट में गिरावट के 3 सबसे बड़े कारण
1. ईरान-इजरायल के बीच तनाव
ईरान ने इजराइलप पर जो हमला किया है, उससे दुनियाभर में तनाव का माहौल है। कच्चे तेल के दाम और महंगाई बढ़ने की आशंका के बीच शेयर मार्केट में भारी गिरावट हुई और निवेशकों में दिनभर हलचल देखने को मिली है। निवेशकों के लाखों-करोड़ों एक झटके में ही डूब गए। इसका असर आगे भी देखने को मिलता है।
2. कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी
कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से भी निवेशकों को टेंशन में डाल दिया है। ग्लोबल लेवल पर क्रूड ऑयल (Crude Oil) के दाम को लेकर अच्छे संकेत नहीं हैं, क्योंकि इससे लोकल करेंसी और महंगाई पर दबाव पड़ने की आशंका है, जिसका बड़ा असर मार्केट पर देखने को मिला है।
3. थोक महंगाई में इजाफा
शेयर मार्केट में हलचल की तीसरी सबसे बड़ी वजह थोक महंगाई में इजाफा होना है। देश में सब्जियों और कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से महंगाई मार्च 2024 में बढ़कर 0.53% पर पहुंच गई, जो फरवरी 2023 में 0.20 प्रतिशत थी। थोक मूल्य सूचकांक (WPI) बेस्ड महंगाई अप्रैल 2023 से लेकर अक्टूबर 2023 तक लगातार शून्य से नीचे ही है।
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