बिजनेस डेस्क। कोरोनावायरस महामारी की वजह से ज्यादातर लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। आमदनी घट जाने और खर्चे बढ़ने की वजह से लोग कर्ज लेने पर मजबूर हो रहे हैं। आम तौर पर जब लोगों को ज्यादा पैसे की जरूरत होती है, तो वे सोने के गहने गिरवी रख कर लोन लेते हैं। गोल्ड लोन एक ऐसा सुरक्षित लोन है जो आपको उधार देने वाले बैंक या नॉन बैंक फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) को जमानत के तौर पर सोने के गहने गिरवी रखने पर मिल सकता है। उधार देने वाला इसके बदले आपके सोने के बाजार मूल्य के आधार पर आपको लोन की राशि देता है। लोन की अवधि खत्म होने के बाद लोन की राशि और ब्याज का भुगतान पूरा हो जाने पर आपका सोना वापस कर दिया जाता है। मौजूदा नियमों के मुताबिक, गोल्ड जूलरी पर बैंक उसके मूल्य का 75 फीसदी ही लोन दे सकते थे, लेकिन अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यह सीमा बढ़ा कर 90 फीसदी करने का फैसला किया है। RBI के इस फैसले का गोल्ड लोन देने वाली एनबीएफसी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जाहिर है, रिजर्व बैंक के इस फैसले से गोल्ड लोन लेने वाले लोगों को काफी फायदा होगा।