सार

सिंगापुर, जापान, कोरिया और मलेशिया सहित विभिन्न देशों के साथ भारत के मुक्त एवं तरजीही व्यापार समझौते के एक आंतरिक आकलन से पता चला है कि पिछले पांच वित्तीय वर्षों में इन भागीदारों के साथ व्यापार में सकल औसत विकास दर 7.1 प्रतिशत रही है

नई दिल्ली: सिंगापुर, जापान, कोरिया और मलेशिया सहित विभिन्न देशों के साथ भारत के मुक्त एवं तरजीही व्यापार समझौते के एक आंतरिक आकलन से पता चला है कि पिछले पांच वित्तीय वर्षों में इन भागीदारों के साथ व्यापार में सकल औसत विकास दर 7.1 प्रतिशत रही है।

राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इन एफटीए (मुक्त व्यापार समझौते) देशों के साथ आयात और निर्यात दोनों में वृद्धि हुई है, लेकिन इन संधिओं की उपयोगिता दर मध्यम रही है।

एफटीए उपयोग दरें उच्च से मध्यम रही

उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ समझौते वाले देशों के साथ तरजीही आयात आंकड़ों का विश्लेषण इस बात की ओर इंगित करता है कि भारत-कोरिया समझौते और भारत-जापान समझौते के लिए लौह और इस्पात जैसे कुछ क्षेत्रों के मामले में एफटीए उपयोग दरें उच्च से मध्यम रही हैं।

वार्षिक वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत रही

उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका, अफगानिस्तान, थाईलैंड, सिंगापुर, जापान, भूटान, नेपाल, कोरिया गणराज्य और मलेशिया के साथ भारत के द्विपक्षीय एफटीए या तरजीही व्यापार समझौता (पीटीए) का आंतरिक मूल्यांकन बताता है कि पिछले पांच वित्तवर्षों में इन भागीदारों के साथ व्यापार में सकल वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) 7.1 प्रतिशत रही है।’’

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)