सार

 वॉट्सएप यूजर्स के लिए लगातार हैरान करने वाली खबर आ रही है। हाल ही में वॉट्सएप पर पेगासस स्पाईवेयर अटैक हुआ था। वॉट्सएप ने दुनियाभर के अपने 150 करोड़ यूजर्स को तुरंत एप को अपडेट करने को कहा था। लेकिन पेगासस के आने से वॉट्सएप डेटा को सुरक्षित रख पाने में मुश्किलें नजर आ रही है।

नई दिल्ली. वॉट्सएप यूजर्स के लिए लगातार हैरान करने वाली खबर आ रही है। इस इंस्टेंट मैसेजिंग एप के जरिए जासूसी की जा रही है। दरअसल हाल ही में वॉट्सएप पर पेगासस स्पाईवेयर अटैक हुआ था। इससे यूजर्स के कॉल, मैसेज पर नजर रखी जा सकती है। इस मामले की जानकारी मई के शुरुआती दिनों में हुई। कंपनी ने दुनियाभर के अपने 150 करोड़ यूजर्स को तुरंत एप को अपडेट करने को कहा था। 

हैकिंग का नया तरीका

वॉट्सएप की सुरक्षा में हैकर्स ने सेंध लगाने का मामला पहली बार नहीं हुआ है। हैकर्स आए दिन यूजर्स के डेटा को बड़े आसानी से चोरी कर रहे हैं। इसके लिए हैकर्स द्वारा यूजर को इंफेक्टेड वीडियो फाइल MP4 फॉर्मेट के माध्यम से वॉट्सएप अकाउंट को हैक कर रहे हैं। इस फाइल को यूजर जैसे ही डाउनलोड करता है हैकर्स का कंट्रोल यूजर्स के अकाउंट पर हो जाता है। 

 

नया फरमान भी फेल

वॉट्सएप पर मालिकाना हक रखने वाली कंपनी फेसबुक ने दुनियाभर के अपने करीब 150 करोड़ यूजर्स को नोटिफिकेशन जारी कर कहा है कि प्ले स्टोर में जाकर एप को तुरंत अपडेट करें। इससे कंपनी द्वारा एप में किए बदलाव से यूजर को डेटा सुरक्षित रखने में सहायता मिलेगा।

पेगासस का हमला

एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के कारण वॉट्सएप को काफी सुरक्षित माना जाता था, जिससे कोई थर्ड पार्टी यूजर्स के डेटा को देख नही सकता था। लेकिन हाल ही में पेगासस के आने से इस पर भी दिक्कतें आ गई है। क्योंकि पेगासस ने एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन के मजबूत सुरक्षा कवच को तोड़ दिया है। कारण यह बताया जा रहा है कि पेगासस संदेश डीकोड होने में और यूजर्स के फोन में आने से वॉट्सएप यूजर के डेटा को इसके माध्यम से देखा जा सकता है। यही नहीं पेगासस के जरिए इसको बड़े आसानी मॉनिटरिंग सर्वर पर उपलब्ध कराया जा सकता है।

 

नया फोन, नया डिटेल 

एक्सपर्ट्स का मानना है कि पेगासस से डेटा को सुरक्षित रख पाना असंभव लग रहा है। उनका कहना है कि पेगासस को मोबाइल से निकालने के लिए यूजर फोन फैक्ट्री रीसेट करने पर लाभ नहीं होगा। इसके लिए यूजर को नया फोन खरीदना पड़ेगा। साथ ही साथ नए डिवाइस में सभी लॉग इन डेटा को बदलना पड़ेगा।