सार

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिये सभी बंदरगाहों पर विश्वस्तरीय बुनियादी संरचना का सृजन महत्वपूर्ण है

नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिये सभी बंदरगाहों पर विश्वस्तरीय बुनियादी संरचना का सृजन महत्वपूर्ण है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि उपराष्ट्रपति ने बंदरगाहों के अध्यक्षों तथा प्रशासकों से इन्हें पर्यावरण के अनुकूल बनाने के प्रयास करने का भी आह्वान किया।

नौवहन मंत्रालय ने मामल्लापुरम में ‘चिंतन बैठक’ का आयोजन किया था। नायडू ने इस बैठक में बंदरगाहों के प्रमुखों के साथ चर्चा करते हुए देश में विकास तथा टिकाऊ वृद्धि के लिये विस्तृत समुद्री तट का लाभ उठाने की जरूरत पर जोर दिया।

बंदरगाहों की तर्ज पर विकसित करने का आह्वान

उन्होंने देश के सभी बंदरगाहों को वैश्विक बंदरगाहों की तर्ज पर विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिये सभी बंदरगाहों पर विश्वस्तरीय बुनियादी संरचना का सृजन महत्वपूर्ण है।

नायडू ने कहा कि भारत के पास बंदरगाह आधारित विकास के शानदार अवसर हैं क्योंकि आयात और निर्यात के लिये बंदरगाह अपरिहार्य हैं। उन्होंने माल ढुलाई का खर्च कम करने, व्यय घटाने तथा आयात-निर्यात किए जाने वाले माल को मंजूरियां देने वाले लगने वाले समय में कमी लाने का भी सुझाव दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें देश के दोनों तटों पर आयात-निर्यात के और केंद्र विकसित करने की जरूरत है।’’

तीन दिवसीय ‘चिंतन बैठक’ रविवार को समाप्त होगी।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)