सार
इन पांचों छात्रों की कामयाबी को फोर्ब्स 30 ने अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया है। जहां 3 छात्रों को फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल और दो छात्रों को इंडस्ट्रीज मैनुफैक्चरिंग एंड एनर्जी कैटेगरी में शामिल किया गया है।
नई दिल्ली. दुनिया भर में एक लिस्ट जारी होती है जिसका नाम है फोर्ब्स। इस लिस्ट में बड़े से बड़े लोग अपना नाम देखना चाहते है या तमन्ना रखते है। अब उस सूची में IIT कानपुर के 5 पूर्ववर्ती छात्रों का नाम शामिल हुआ है। बुलंद हौंसले और मेहनत के दम इन छात्रों ने ये कमाल करके दिखाया है।
फोर्ब्स ने अंडर 30 एशिया की सूची में पांचों को शामिल किया है
IIT कानपुर से निकलने के बाद ये छात्र पहले अपने पैरों पर खड़े हुए और उसके बाद दूसरों के लिए रोजगार का जरिया तलाशा।
इन पांचों छात्रों की कामयाबी को फोर्ब्स 30 ने अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया है। जहां 3 छात्रों को फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल और दो छात्रों को इंडस्ट्रीज मैनुफैक्चरिंग एंड एनर्जी कैटेगरी में शामिल किया गया है। पांचों छात्रों ने 22 देशों के करीब 3500 प्रतिभागियों को पछाड़कर यह मुकाम हासिल किया है।
ओके क्रेडिट नाम से तीन छात्रों ने एप किया था लांच
फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया में 10 कैटेगरी निर्धारित थी, जिसमें फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल, मीडिया, मार्केटिंग एंड एडवरटाइजिंग, आर्ट इंटरटेनमेंट एंड स्पोर्ट्स, एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी,रिटेल एंड ई-कॉमर्स आदि शामिल है। 2014 बैच के तीन छात्र मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के आदित्य प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के गौरव कुमार व हर्ष पोखरना ने IIT से पासआउट होने के बाद अपनी एक कंपनी बनाई। इस कंपनी ने 25 अगस्त 2017 को ओके क्रेडिट नाम से एप लांच किया। यह एप उन लोगों के लिए तैयार किया गया जो व्यवसाय करते हैं या कारोबारी हैं। इस एप की सहायता से वे अपने बकाये आदि को आराम से बिना किसी कागज या कलम के इस्तेमाल किए बिना संरक्षित कर के रख सकते हैं। साथ ही इसकी सहायाता से दुकानदार के पास अलर्ट और ग्राहक के पास मैसेज आ जाता है।
यही कारण था कि इस एप को छोटे मोटे दुकानदारों से लेकर कारोबारियों ने हाथों हाथ लिया। अबतक प्लेस्टोर से इसे 10 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। यही कारण रहा कि इन तीनों छात्रों का नाम, फोर्ब्स की फाइनेंस एंड वेनचर कैपिटेल कैटेगिरी में शामिल किया गया है।
दोनों छात्र पोर्टेबल वेंटीलेटर तैयार कर रहे हैं
इन तीनों छात्रों के अलावा 2017 बैच के मकैनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने नोक्का रोबोटिक्स नाम से कंपनी बनाई। दोनों छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग पर आधारित रोबोट की सहायता से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक विकसित की है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके नाम फोर्ब्स की इंडस्ट्री मैन्यूफैक्चर इनर्जी कैटेगिरी में शामिल किया गया है।
ये दोनों पूर्ववर्ती छात्र मौजूदा समय में IIT के विशेषज्ञों के साथ मिलकर पोर्टेबल वेंटीलेटर तैयार कर रहे हैं।