सार
क्या आपको पता है कि सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करने के बाद सिर्फ IAS- IPS ही नहीं बल्कि 24 सर्विस में नियुक्ति दी जाती है? आइए जानते हैं यह कैसे तय होता है कि किसे कौन सा पद मिलेगा, किसकी नियुक्ति कहां होगी?
करियर डेस्क : IAS-IPS अफसर बनना हर युवा का सपना होता है। इसके लिए देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक यूपीएससी (UPSC) पास करना पड़ता है। हर साल लाखों की संख्या में कैंडिडेट्स इस परीक्षा में शामिल होते हैं। जिनमें से महज कुछ को ही सफलता मिलती है। सिविल सर्विसेज परीक्षा (Civil Services Exam) का जब रिजल्ट आता है, तब आप पढ़ते हैं कि उनमें से कुछ कैंडिडेट्स IAS, कुछ IPS और कुछ का IFS के लिए सेलेक्शन हुआ है। अब आप समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर यह कैसे तय होता है कि कौन आईएएस बनेगा, कौन आईपीएस और आईएफएस? आइए जानते हैं पूरी प्रक्रिया और समझते हैं एक परीक्षा से कैसे चुने जाते हैं अलग-अलग रैंक के ऑफिसर..
कैसे तय होती है पोस्ट
सिविल सर्विसेज के बाद पोस्ट तय करने की निश्चित प्रक्रिया होती है। यह कई चीजों पर निर्भर करता है कि कौन क्या बनेगा? आपको बता दें कि कैंडिडेट्स से पहले ही उनकी प्रॉयरिटी पूछ ली जाती है। इसी के आधार पर पोस्ट तय की जाती है। वैसे होता ये है कि रैंक के आधार पर ही पोस्ट तय की जाती है। टॉप रैंक के उम्मीदवारों को आईएएस, आईएफएस जैसी सर्विस में जाने का मौका मिलता है।
क्या टॉप पर रहने वाले आईएएस ही बनते हैं
नहीं, ऐसा नहीं कि टॉप पर रहने वाले सभी कैंडिडेट को आईएएस ही बनाया जाएगा। जैसे किसी कैंडिडेट की रैंक अच्छी आई है और उसने अपनी प्राथमिकता आईपीएस रखी है, तो उन्हें आईपीएस की पोस्ट दी जाती है। इसका मतलब यह है कि प्राथमिकता और रैंक दोनों के आधार पर कैंडिडेट्स को सर्विस का बंटवारा किया जाता है।
इस आधार पर दी जाती है सर्विस
इस परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट्स को खाली पदों के आधार पर भी सर्विस का बंटवारा किया जाता है। यही कारण होता है कि कई बार कम रैंक वाले कैंडिडेट्स को भी आईएफएस जैसी पोस्ट दी जाती है। एक बात और गौर करने वाली है कि हर साल सिविल सर्विस के पदों में आईएएस, आईपीएस जैसे पद की संख्या पहले से ही तय होती हैं।
सिविल सर्विस एग्जाम पास करने के बाद कहां मिलती है पोस्टिंग
जब कैंडिडेट्स सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करते हैं, तब उन्हें 24 सर्विस में नियुक्ति दी जाती है। एक चीज और बता दें कि ये सर्विसेज में दो कैटेगरी में बांटी गई हैं। पहली ऑल इंडिया सर्विसेज और दूसरी सेंट्रल सर्विसेज। ऑल इंडिया सर्विसेज में आईएएस, आईपीएस जैसे पद मिलते हैं, जबकि सेंट्रल सर्विस में इंडियन फॉरेन सर्विस, आईआईएस, आईआरपीएस, आईसीएसी जैसे पद। आर्म्ड फोर्सेज हेडक्वार्टर्स में भी सिविल सर्विसेज के जरिए ही नियुक्ति होती है।
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