सार

कोरोना की दूसरी लहर के बीच सरकार ने CBSE की परीक्षाएं टालने का फैसला किया है। अब 10वीं के स्टूडेंट्स को प्रमोट करके 11वीं में भेजा जाएगा। 12वीं के स्टूडेंट्स की परीक्षाएं स्थगित की गई हैं। 1 जून को रिव्यू के बाद फैसला लिया जाएगा। CBSE बोर्ड की परीक्षाएं 4 मई से 7 जून तक होने वाली थीं। 15 जुलाई तक रिजल्ट घोषित होना था।

नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर के बीच सरकार ने CBSE की परीक्षाएं टालने का फैसला किया है। अब 10वीं के स्टूडेंट्स को प्रमोट करके 11वीं में भेजा जाएगा। 12वीं के स्टूडेंट्स की परीक्षाएं स्थगित की गई हैं। 1 जून को रिव्यू के बाद फैसला लिया जाएगा। CBSE बोर्ड की परीक्षाएं 4 मई से 7 जून तक होने वाली थीं। 15 जुलाई तक रिजल्ट घोषित होना था।

CBSE के करीब 30 लाख स्टूडेंट्स देने वाले थे परीक्षा
CBSE की बोर्ड परीक्षाओं में 30 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल होने वाले थे। लेकिन कोरोना की वजह से ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन ने परीक्षाओं को टालने की मांग की थी। वहीं स्टूडेंट्स ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर CancelBoardExam2021 कैंपेन चलाया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 1 लाख स्टूडेंट्स परीक्षा स्थगित करने के लिए कैंपन में शामिल हुए। मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों ने कोविड -19 की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए पहले ही बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।

स्टूडेंट्स को किस आधार पर प्रमोट किया जाएगा?
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 10 वीं के स्टूडेंट्स को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्टूडेट्स को प्रमोट करने के लिए बोर्ड क्राइटेरिया तय करेगा। इसमें यह भी सुविधा दी जाएगी कि अगर कोई छात्र रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है तो उसे परीक्षा देने का दोबारा मौका दिया जाएगा। हालांकि ये परीक्षाएं कोरोना की स्थिति में सुधार के बाद ही दी जा सकेंगी। 

पिछले साल किस आधार पर प्रमोट किया गया था?
कोरोना की वजह से साल 2020 में भी स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का फैसला लिया गया था। तब 1 से 8वीं तक के स्टूडेंट्स को प्रमोट किया गया था। वहीं 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के लिए CBSE ने कहा था कि इन्हें प्रोजेक्ट वर्क, टेस्ट और टर्न एग्जाम के आधार पर प्रमोट किया जाए।