सार
बच्चों के बैग में कॉपी, किताबों के अलावा एक अच्छा हैंड सैनिटाइजर, हैंडवाश और कुछ टिशू पेपर जरूर रखें। बच्चे को बताएं कि जब भी वह कुछ करें तो अपने हाथों को अच्छे से वॉश करें और टॉवल की जगह टिशू पेपर से हाथ पोंछ कर उसे फेंक दें।
करियर डेस्क. कोरोना वायरस (covid-19) एक बार फिर से बढ़ने लगा है। साउथ अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए वैरिएंट ने दुनिया के होश उड़ा दिए हैं। कोरोना के इस नए वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न (VoC) की कैटेगरी में रखते हुए WHO ने इसे ओमीक्रॉन (Omicron) नाम दिया है। कोरोना के नए मामलों के देखते हुए कई तरह की गाइडलाइन जारी कर दी गई है। स्कूल को लेकर भी कई निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मध्यप्रदेश में एक बार फिर से स्कूलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ शुरू किया गया। अभी हाल ही में सभी प्रतिबंध हटा दिए गए थे और स्कूल पूरी क्षमता के साथ शुरू हुए थे। अगर आपके बच्चे स्कूल जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें।
मास्क के साथ भेंजे स्कूल
स्कूल जाने वाले बच्चों को मास्क लगाकर भेंजे। हाथों को समय-समय पर साफ करने और दूसरों से आवश्यक दूरी अवश्य बनाकर रखने की सलाह दें। कुछ देशों में कोरोना के नए वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं। अभी तक भारत में इसकी उपस्थिति की कोई सूचना नहीं है, लेकिन सावधानियाँ अत्यंत जरूरी है। भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार भले ही थोड़ी धीमी हुई है लेकिन यह संक्रमण अभी भी दुनिया से गया नहीं है और कई देशों में इसके केस बढ़ते जा रहे हैं, जिसके चलते वहां लॉकडाउन भी लगाना पड़ा है। ऐसी स्थिति भारत में ना हो, इसलिए मास्क लगाना अभी भी जरूरी है। खासकर उन बच्चों के लिए जो स्कूल में 4 से 5 घंटे तक का समय बिताते हैं।
बच्चों के बैग में कॉपी, किताबों के अलावा एक अच्छा हैंड सैनिटाइजर, हैंडवाश और कुछ टिशू पेपर जरूर रखें। बच्चे को बताएं कि जब भी वह कुछ करें तो अपने हाथों को अच्छे से वॉश करें और टॉवल की जगह टिशू पेपर से हाथ पोंछ कर उसे फेंक दें। स्कूल से आने के बाद भी बच्चों को सीधे बेडरूम में ना जाने दें। पहले उन्हें अच्छे से हाथ मुंह धोने के लिए कहे या फिर नहाने के लिए बोले। उसके बाद ही परिवार के अन्य सदस्यों के संपर्क में उन्हें आने दें।
वैक्सीनेशन करवाएं
स्कूल जाने वाले बच्चों के पैरेंट्स कोविड वैक्सीन अवश्य लगवाएं। यही कोरोना से बचाव का सबसे कारगर उपाय है। अभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक नहीं होगी लेकिन संक्रमण रोकने के सभी नियमों और सावधानियों का पालन प्रदेशवासी अवश्य करें। जिन लोगों को संक्रमण के जरा भी लक्षण दिखते हैं, वे तुरंत टेस्ट करवाएं। असावधान न रहें, संक्रमण फैलने से रोकने के जो आवश्यक नियम हैं, उन सबका पालन करें।
एमपी में 50 फीसदी की क्षमता से खुलेंगे स्कूल
मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि प्रदेश के समस्त विद्यालयों की कक्षा पहली से 12वीं तक की कक्षाएं 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होंगी। कक्षाओं के संचालन के दौरान विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा। विद्यालयों में कक्षावार नियत दिवसों के अतिरिक्त अन्य दिवसों में डिजिटल माध्यम से ऑन-लाइन कक्षाएं संचालित की जा सकेंगी।
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