Corporate Lawyer Career: अगर आप लॉ में करियर सोच रहे हैं तो कॉर्पोरेट लॉयर एक बेस्ट ऑप्शन है। यहां जानिए कॉर्पोरेट लॉयर बनने का प्रोसेस क्या है? एग्जाम्स, स्किल्स, सैलरी पैकेज और जिम्मेदारी क्या होती है?
Corporate Lawyer Salary in India: कॉर्पोरेट सेक्टर जैसे-जैसे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे कॉर्पोरेट लॉयर्स की डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है। दरअसल, कॉर्पोरेट लॉयर का काम सिर्फ कोर्ट में केस लड़ना नहीं होता बल्कि यह पोस्ट इससे कहीं ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी वाला होता है। वे कंपनी को हर तरह की लीगल गाइडेंस देते हैं। ऐसे में अगर आप सोच रहे हैं कि कॉर्पोरेट लॉयर कैसे बनते हैं और सैलरी कितनी होती है? तो हम यहां आपके लिए लाए हैं स्टेप-बाय-स्टेप गाइड, कौन से कोर्स करने होंगे, कौन सी स्किल्स चाहिए, कौन से एग्जाम देने होंगे और करियर स्कोप क्या है? जानिए
कॉर्पोरेट लॉयर कौन होता है?
सीधे शब्दों में कहें तो कॉर्पोरेट लॉयर वो शख्स है जो किसी कंपनी या ऑर्गनाइजेशन को लीगल सलाह और मदद देता है। उसका काम होता है कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट्स, डील्स, इन्वेस्टमेंट्स, एम्प्लॉयमेंट और दूसरे लीगल मामलों को सही तरह से मैनेज करना, ताकि कंपनी किसी भी कानूनी मुश्किल में न फंसे।
कॉर्पोरेट लॉयर कैसे बनते हैं, क्या है प्रोसेस?
- 12वीं पास करें: आप किसी भी स्ट्रीम आर्टस, कॉमर्स, साइंस से 12वीं पास कर सकते हैं। ह्यूमैनिटीज से पढ़ाई करने वालों को लॉ और सोशियोलॉजी में थोड़ा फायदा मिलता है।
- लॉ एंट्रेंस एग्जाम पास करें: CLAT, AILET, SLAT जैसे एग्जाम पास करना जरूरी है। इसमें इंग्लिश, जीके, करंट अफेयर्स और लॉजिकल रीजनिंग पूछी जाती है।
- सही लॉ कॉलेज चुनें: फैकल्टी, प्लेसमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर देखकर कॉलेज सिलेक्ट करें। आप 5 साल का इंटीग्रेटेड कोर्स BA LLB, BCom LLB या फिर 3 साल का LLB कर सकते हैं।
- स्पेशलाइजेशन चुनें: कॉर्पोरेट लॉ, टैक्सेशन लॉ या क्रिमिनल लॉ जैसी फील्ड में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं।
- स्किल्स डेवलप करें: नेगोशिएशन स्किल्स, कॉन्ट्रैक्ट ड्राफ्टिंग, रिसर्च, प्रॉब्लम सॉल्विंग और बिज़नेस अवेयरनेस पर फोकस करें।
- इंटर्नशिप करें: लॉ फर्म, कॉर्पोरेट हाउस या किसी कंपनी में इंटर्नशिप से प्रैक्टिकल नॉलेज और नेटवर्किंग बढ़ती है।
- बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन: LLB के बाद स्टेट बार काउंसिल में रजिस्टर करना होगा।
- AIBE एग्जाम पास करें: ऑल इंडिया बार एग्जाम पास करने के बाद आपको प्रैक्टिस का लाइसेंस मिल जाएगा।
- मास्टर्स करना चाहें तो LLM करें : LLM से आप और डीप स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। इसके लिए CLAT PG या AILET PG जैसे एग्जाम देने होंगे। लेकिन यह ऑप्शनल है।
कॉर्पोरेट लॉयर करियर स्कोप और सैलरी
कॉर्पोरेट लॉयर्स की मांग आज हर जगह है, स्टार्टअप्स, बड़ी कंपनियां, MNCs या फिर इन्वेस्टमेंट फर्म्स। स्टार्टिंग सैलरी 4 से 8 लाख सालाना मिल सकती है। एक्सपीरियंस के बाद लाखों से करोड़ों तक पैकेज मिलता है।
कितने तरह के होते हैं कॉर्पोरेट लॉयर?
कॉर्पोरेट लॉयर कई तरह के होते हैं, जिसमें-
- कॉन्ट्रैक्ट लॉयर
- मर्जर और एक्विजिशन स्पेशलिस्ट
- वेंचर कैपिटल लॉयर
- लीगल जर्नलिस्ट शामिल हैं।
कॉर्पोरेट लॉयर का काम क्या होता है?
- कंपनी के लिए कॉन्ट्रैक्ट्स और एग्रीमेंट बनाना
- मर्जर और एक्विजिशन में लीगल सपोर्ट देना
- लीगल रिस्क और कंप्लायंस पर गाइड करना
- एम्प्लॉयमेंट और बिजनेस लॉ से जुड़े केस संभालना
- कंपनी को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करवाने में मदद करना
ये भी पढ़ें- Pet Nutritionist Career: 12वीं के बाद कैसे बनें पेट न्यूट्रिशनिस्ट, सैलरी कितनी?
लॉयर बनने के लिए जरूरी एंट्रेंस एग्जाम्स
- CLAT (Common Law Admission Test)
- AILET (All India Law Entrance Test)
- SLAT (Symbiosis Law Admission Test)
- MH CET Law
- DU LLB Entrance Exam
- BHU Law Entrance
- Punjab University LLB Entrance Exam
ये भी पढ़ें- Career in Astrology: एस्ट्रोलॉजी में करियर कैसे बनाएं?
