पाकिस्तान में डॉक्टर बनने के लिए कौन-सा एग्जाम देना होता है? जानिए नाम
Exam Required to Become Doctor in Pakistan: पाकिस्तान में डॉक्टर बनने के लिए कौन-कौन से एग्जाम देने होते हैं? जानिए MBBS, BDS कोर्स में एडमिशन पाने के लिए जरूरी परीक्षा से जुड़ी जानकारी, योग्यता और प्रोसेस समेत डिटेल।

पाकिस्तान में डॉक्टर कैसे बनते हैं?
पाकिस्तान में डॉक्टर बनने के लिए दो मुख्य चरण होते हैं। पहला MDCAT देकर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना। दूसरा MBBS के बाद NLE पास करके डॉक्टर की प्रैक्टिस शुरू करना। आगे जानिए MDCAT और NLE के बारे में पूरी डिटेल।
पाकिस्तान में MBBS करने के लिए कौन-सा एग्जाम होता है?
पाकिस्तान में MBBS या BDS (डेंटल) जैसे मेडिकल कोर्स में एडमिशन लेने के लिए सबसे पहले MDCAT देना होता है। MDCAT यानी मेडिकल एंड डेंटल कॉलेज एडमिशन टेस्ट यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जिसे पाकिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई के लिए आयोजित किया जाता है। यह बिल्कुल भारत के NEET जैसी परीक्षा है। इस परीक्षा को पास किए बिना आप पाकिस्तान के किसी सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में MBBS या BDS कोर्स में एडमिशन नहीं ले सकते।
MDCAT कौन दे सकता है, योग्यता और एग्जाम पैटर्न
MDCAT परीक्षा हर साल आयोजित होती है और इसमें बैठने के लिए 12वीं में साइंस स्ट्रीम (FSc प्री-मेडिकल) के साथ कम से कम 60% मार्क्स जरूरी होते हैं। MDCAT परीक्षा में बायोलॉजी, कैमिस्ट्री, फिजिक्स, अंग्रेजी और लॉजिकल रीजनिंग से सवाल पूछे जाते हैं।
पाकिस्तान MDCAT का आयोजन कौन करता है?
इस एग्जाम को Pakistan Medical and Dental Council (PMDC) आयोजित कराता है। MDCAT पास करने के बाद ही कैंडिडे्स के लिए मेडिकल कॉलेज में एडमिशन का रास्ता खुलता है। इस एग्जाम को पास करने के बाद कैंडिडेट MBBS या BDS कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। जो कि डॉक्टर बनने के लिए पहली सीढ़ी होती है।
पाकिस्तान में डॉक्टर की प्रैक्टिस करने के लिए लाइसेंस कैसे मिलता है?
MBBS की पढ़ाई पूरी करने के बाद पाकिस्तान में कैंडिडेट के लिए अगला जरूरी कदम होता है National Licensing Examination (NLE)। यह एग्जाम पाकिस्तान में डॉक्टर की तरह प्रैक्टिस करने की इजाजत पाने के लिए देना होता है। इससे यह तय होता है कि आप मेडिकल फील्ड में काम करने के लिए पूरी तरह से काबिल हैं।
NLE परीक्षा का आयोजन कौन कराता है?
यह परीक्षा Pakistan Medical Commission (PMC) की तरफ से कराई जाती है। पाकिस्तान ही नहीं, जो छात्र विदेश से MBBS करके आते हैं, उन्हें भी यहां डॉक्टर के तौर पर काम करने के लिए NLE देना जरूरी होता है। इस एग्जाम को पास करने के बाद ही लाइसेंस मिलती है, जिसके बाद डॉक्टर की तरह काम कर सकते हैं।