सार
IIT Patna Scholarships: आईआईटी पटना मेधावी और जरूरतमंद छात्रों को विभिन्न स्कॉलरशिप प्रदान करता है। इनमें सेंट्रल स्कीम, UGC स्कीम, इंस्टीट्यूट स्कीम और डोनर स्कॉलरशिप शामिल हैं। ये स्कॉलरशिप छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं।
IIT Patna Scholarships List: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) पटना हर साल योग्य और मेधावी छात्रों को कई स्कॉलरशिप्स प्रदान करता है। ये स्कॉलरशिप्स या तो कॉलेज फीस में छूट के रूप में होती हैं या फिर सीधे छात्रों के बैंक खातों में भेजी जाती हैं। IIT पटना की ये स्कॉलरशिप्स मेधावी छात्रों को उनकी पढ़ाई में सहायता करने और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल हैं। आगे पढ़ें IIT पटना के छात्रों के लिए उपलब्ध विभिन्न स्कॉलरशिप्स और इसके पाने के लिए जरूरी योग्यता के बारे में।
सेंट्रल स्कीम स्कॉलरशिप्स: इनमें SC अंडरग्रेजुएट छात्रों के लिए टॉप क्लास एजुकेशन स्कीम, PG ST छात्रों के लिए नेशनल फेलोशिप, UG और PG ST छात्रों के लिए हायर एजुकेशन स्कॉलरशिप्स, सेंट्रल सेक्टर स्कीम ऑफ स्कॉलरशिप्स और प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप स्कीम शामिल हैं। इसके अलावा, अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों के लिए मेरिट-कम-मीन्स बेस्ड स्कॉलरशिप भी है।
UGC स्कीम स्कॉलरशिप: "ईशान उदय" स्कॉलरशिप के तहत उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के छात्रों को UG स्तर पर सहायता दी जाती है। इसका उद्देश्य उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के छात्रों को उच्च शिक्षा में समान अवसर प्रदान करना और वहां प्रोफेशनल एजुकेशन पर ध्यान केंद्रित करना है।
इंस्टीट्यूट स्कीम स्कॉलरशिप: IIT पटना मेरिट-कम-मीन्स स्कॉलरशिप भी देता है। यह स्कॉलरशिप UG छात्रों और 2-वर्षीय MSc प्रोग्राम के छात्रों को दी जाती है, जो मेधावी और जरूरतमंद होते हैं।
एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड और डोनर स्कॉलरशिप्स
श्री केदार नाथ दास मेमोरियल अवार्ड: यह पुरस्कार CSE विभाग के चौथे वर्ष के UG छात्र को दिया जाता है, जो उत्कृष्ट प्रदर्शन, संगठनात्मक क्षमताओं और नेतृत्व गुणों के लिए चुना जाता है। नाम की सिफारिश CSE विभाग द्वारा की जाती है।
श्री जगदीश नाथ त्रिपाठी मेमोरियल स्कॉलरशिप: यह स्कॉलरशिप सिविल और एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग विभाग के प्रथम वर्ष के UG छात्र को दी जाती है, जिसकी दूसरी सेमेस्टर में CPI 8.00 या उससे अधिक हो। इस छात्र को JEE के माध्यम से संस्थान में प्रवेश मिला होता है।
ये भी पढ़ें
होटल vs मोटेल: 90% लोग नहीं जानते ये बड़ा अंतर
क्रूर अतीत: जब महिलाओं को चुप करने के लिए दी जाती थी ये खौफनाक सजाएं