सार

NEET Result Controversy: नीट यूजी 2024 को रद्द करने की मांग को लेकर भारत के सर्वोच्च न्यायालय में दायर याचिका पर आज फैसला आयेगा। वहीं अब फटे ओएमआर के वायरल वीडियो पर बवाल मचा है, जिसपर एक बार फिर एनटीए सफाई दी है। जानिए पूरा मामला

NEET Result Controversy: मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम NEET UG 2024 को रद्द करने की मांग के बीच, लगभग 1,600 छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने के NTA के फैसले को चुनौती देते हुए भारत के सर्वोच्च न्यायालय में याचिकाएं दायर की गई हैं। जिसपर आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आयेगा जिसमें तय होगा की नीट 2024 एग्जाम दोबारा होगा, रिजल्ट रद्द होगा या नहीं। लाइव लॉ की एक रिपोर्ट के अनुसार, याचिकाकर्ताओं ने रिजल्ट को रद्द करने और फिर से परीक्षा आयोजित करने के लिए शीर्ष अदालत से अनुरोध किया है। इस बीच यूपी के एक कैंडिडेट की फटी ओएमआर शीट के वायरल वीडियो पर एनटीए ने अपना स्टेटमेंट जारी किया है।

क्या है मामला

इस साल की स्नातक मेडिकल प्रवेश परीक्षा को लेकर छात्रों और अभिभावकों में असंतोष बढ़ रहा है। कुछ छात्रों को 718 और 719 अंक मिले, और कुछ ने टॉपर बनने के लिए 720 अंक हासिल किए, जो उन्हें ग्रेस मार्क्स देने के एनटीए के फैसले के कारण हुआ। जिसके बाद नीट एग्जाम और रिजल्ट में गड़बड़ी की आंशका से भरे छात्रों ने प्रोटेस्ट करना शुरू कर दिया और रिजल्ट रद्द कराने और परीक्षा दोबारा आयोजित कराने की मांग करने लगे। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। छात्रों के हित में काम करने वाले संगठन के दो सदस्यों द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि नीट के पेपर लीक की खबर ने अंदर तक झकझोर कर रख दिया है क्योंकि कई मेधावी छात्रों ने भविष्य में डॉक्टर बनने का अवसर खो दिया है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही गई थी ये बात

पिछले हफ्ते एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनटीए के महानिदेशक ने बताया था कि ग्रेस मार्क्स देने का निर्णय एक समिति की सिफारिश के अनुसार लिया गया था। इसमें कहा गया है कि गलत प्रश्नपत्र और/या फटी ओएमआर शीट के वितरण के कारण उन अभ्यर्थियों का समय बर्बाद हुआ। इस मुद्दे की समीक्षा के लिए एक और चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। एजेंसी ने कहा कि दोबारा जांच की संभावना सहित अंतिम निर्णय समिति द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद किया जाएगा, जो एक सप्ताह के भीतर होने की संभावना है।

लखनऊ की आयुषी पटेल का फटा ओएमआर मामला

 

 

NEET परिणाम घोषित होने के बाद, उत्तर प्रदेश के लखनऊ की एक उम्मीदवार आयुषी पटेल ने कहा कि उन्हें मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 715 अंक प्राप्त करने चाहिए थे। एक वीडियो पोस्ट में, पटेल ने कहा कि NEET परिणाम घोषित होने के बाद, वह रिजल्ट चेक नहीं कर सकी फिर उन्हें एक मैसेज मिला कि आपका रिजल्ट जारी नहीं हुआ है। आयुषी के अनुसार रिजल्ट की घोषणा के एक घंटे बाद, उसे एनटीए से एक ईमेल मिला जिसमें कहा गया कि फटे और क्षतिग्रस्त ओएमआर के कारण उनका रिजल्ट तैयार नहीं किया जा सकता है। उसने कहा कि उसने उसी ईमेल पर एनटीए को जवाब दिया और अपने ओएमआर की फोटोकॉपी मांगी, जिसे सफलतापूर्वक रजिस्टर्ड किया गया था। 24 घंटों के भीतर उसे फोटो भेज दी गई। ओएमआर शीट दिखाते हुए उन्होंने दावा किया कि यह एजेंसी द्वारा भेजा गया था, पटेल ने कहा कि ऐसा लगता है कि बारकोड "जानबूझकर" फाड़ा गया था।उनकी ओएमआर प्रतिक्रियाएं स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थीं। आयुषी के अनुसार हमने इसे मैन्युअल रूप से जांचा, तो हमने पाया कि मेरा एनईईटी स्कोर 715 था, जिसकी गणना मैंने फाइनल आंसर की का उपयोग करके भी की थी। तब आयुषी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है और सुनवाई आज (मंगलवार), 11 जून को होनी है।

एनटीए ने वायरल वीडियो पर जारी किया स्टेटमेंट, कही ये बात

 

 

इस बीच, एनटीए ने वायरल वीडियो पर बयान जारी किया है कि फटी हुई ओएमआर आंसरशीट ऑफिशियल आईडी के माध्यम से नहीं भेजी गई थी। एक्स पर एक पोस्ट में, एजेंसी ने कहा कि आधिकारिक एनटीए आईडी के माध्यम से उम्मीदवार को कोई फटा हुआ ओएमआर नहीं भेजा गया था। ओएमआर आंसरशीट बरकरार है और आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार मार्क्स सटीक हैं। इसमें कहा गया है कि उम्मीदवारों को स्कोरकार्ड केवल वेबसाइट Exams.nta.ac.in/NEET से डाउनलोड करना चाहिए।

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