नई दिल्ली. यानी संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) के लिए हर साल लगभग 10 लाख आवेदन किए जाते हैं। जिसमें से लगभग1 हजार सेलेक्ट होते हैं। यूनियन पब्लिक सर्विस के सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी करना तपस्या जैसा है। इसके लिए पूरी लगन और ईमानदारी से समय दिया जाए तो सफल होते हैं। इस एग्जाम की तीन स्टेज होती हैं। पहली स्टेज में Preliminary एग्जाम होता है। दूसरी स्टेज Main एग्जाम है, इस एग्जाम में नौ पेपर होते हैं। एग्जाम की तीसरी स्टेज Personality Test (इंटरव्यू) है। आज हम आपको बताने वाले हैं देश में कब से यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम शुरू हुआ और देश का पहला SC-ST IAS ऑफिसर कौन बन पाया था। वो भी उस समय जब देश में जातिवाद अपने चरम पर था।
हालांकि आज भी दलित समुदाय के लोगों को नफरत की नजर से देखा जाता है। लोग उनके शिक्षा लेने और अफसर बनने पर पीठ पीछे गालियां ही देते हैं। पुराने जमाने में तो दलित समुदाय के लोगों को अछूत ही माना जाता था। उनको पढ़ने-लिखने की मनाही थी। ऐसे समय में एक दलित कड़े संघर्ष के बावजूद अफसर बनकर ही माना था।
आज की आईएएस सक्सेज स्टोरी (IAS Success Story) हम आपको बताएंगे कौन था देश का पहला SC-ST IAS ऑफिसर-