सार
Pooja Khedkar: ट्रेनी IAS पूजा खेडकर को 23 जुलाई तक LBSNAA में रिपोर्ट करना था लेकिन वह नहीं पहुंची। इतना ही नहीं वह कहां है इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। मोबाइल भी बंद है।
Where is Pooja Khedkar: पूजा खेडकर का 5 दिनों से गायब हैं। ट्रेनी आईएएस की ट्रेनिंग रद्द किये जाने के बाद उन्हें 23 जुलाई की डेडलाइन तक मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में रिपोर्ट करना था लेकिन वह यहां भी नहीं पहुंची। पूजा खेडकर कहां है इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। उनका फोन भी बंद है। खेडकर पर एक सिविल सेवक के रूप में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप है, जिसमें सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए फर्जी विकलांगता और जाति प्रमाण पत्र जमा करना भी शामिल है। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सर्विस सेलेक्शन के लिए अपने आवेदन में गलत बयानी और गलत फैक्ट पेश करने के लिए खेडकर के खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज कराया है।
पूजा खेडकर को विकलांगता सर्टिफिकेट जारी करने वाले डॉक्टरों की जांच
पूजा खेडकर के सर्टिफिकेट की जांच के बाद अब निगाह उन लोगों पर है, जिन्होंने फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने में पूजा खेडकर की मदद की। डिसेबल वेलफेयर कमिश्नर कार्यालय ने फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने में शामिल डॉक्टरों और सहायकों की जांच के आदेश जारी किए गए हैं। जिसमें वाईसीएम हॉस्पिटल के डॉक्टर भी शामिल हैं। इस हॉस्पिटल से ही खेडकर को 7% वाला दिव्यांगता सर्टिफिकेट जारी किया गया था। जिसमें उनके बायें घुटने में परेशानी दिखाई गई थी। जांच में गड़बड़ी सामने आने पर डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। वहीं मामले में वाईसीएम अस्पताल ने किसी भी तरह का कमेंट करने से मना कर दिया है।
कौन हैं पूजा खेडकर?
पूजा खेडकर महाराष्ट्र कैडर की 2023-बैच की आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा में 841 की अखिल भारतीय रैंक हासिल की थी। पूजा खेडकर तब सुर्खियों में आई जब पुणे में ट्रेनिंग के दौरान एक अलग ऑफिस, सरकारी गाड़ी और स्टाफ की मांग की। इसके अलावा ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने अपनी पर्सनल गाड़ी में लाल-नीली बत्ती, वीआईपी नंबर प्लेट और 'महाराष्ट्र सरकार' का लोगों लगाया। पुणे के एडिशनल कलेक्टर अजय मोरे के ऑफिस पर बिना अनुमति के कब्जा कर लिया। इन मामलों के बाद लिखित शिकायत हुई और पूजा खेडकर का ट्रांसफर पुणे से वाशिम कर दिया गया। लेकिन मामला यहीं नहीं थमा। पूजा खेडकर के यूपीएससी सेलेक्शन पर सवाल उठे और फिर एक के बाद एक नये खुलासे हुए। अब उनकी यूपीएससी उम्मीदवारी पूरी तरह से दांव पर लगी है।
पूजा खेडकर की फैमिली पर भी गिरी गाज
पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर, जो एक रिटायर्ड ऑफिसर से नेता बने हैं, बेटी के नॉन क्रीमी लेयर ओबीसी सर्टिफिकेट के कारण फंस गये। उन पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज हुआ है और जांच चल रही है। वहीं पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को भूमि विवाद को लेकर कथित तौर पर लोगों को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। और अभी पुलिस रिमांड में हैं।
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