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UPSC CSE क्रैक करने में मास्टर्स वाले पीछे और ग्रेजुएट आगे, देखें पिछले 5 सालों का ट्रेंड
UPSC Success Trends: यूपीएससी सीएसई सेलेक्शन का पिछले 5 साल का पैटर्न बताता है कि यूपीएससी में क्वालिफिकेशन नहीं, तैयारी ज्यादा मायने रखती है। सफलता पाने वालों में सिर्फ ग्रेजुएट कैंडिडेट्स की संख्या सबसे अधिक है। जानिए पूरी डिटेल।

UPSC CSE क्लियर करने वालों में कौन से बैकग्राउंड के कैंडिडेट ज्यादा?
UPSC की तैयारी करने वालों के मन में हमेशा सवाल रहता है, आखिर किस तरह की पढ़ाई या कौन-सा बैकग्राउंड रखने वाले उम्मीदवारों के चांस ज्यादा होते हैं? सरकार की तरफ से जारी लेटेस्ट आंकड़ों ने इस सवाल का सीधा जवाब दे दिया है। पिछले पांच साल के डेटा साफ दिखाते हैं कि UPSC CSE को क्लियर करने वालों में सबसे बड़ी संख्या उन उम्मीदवारों की है, जिनके पास सिर्फ बैचलर डिग्री होती है। यानी कि ग्रेजुएट्स ही सबसे आगे हैं। इतना ही नहीं, इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले स्टूडेंट्स की बढ़त लगातार बनी हुई है और लड़कियों की सफलता दर भी पिछले दो सालों में तेजी से बढ़ी है।
यूपीएससी सिविल सर्विस क्रैक करने वाले ज्यादातर उम्मीदवार सिर्फ ग्रेजुएट
लोकसभा में रखे गए आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में UPSC द्वारा चुने गए उम्मीदवारों में 75% सिर्फ बैचलर डिग्री वाले थे। बाकी 25% ने मास्टर्स या उससे ज्यादा क्वालिफिकेशन ली थी। दिलचस्प बात यह है कि ये ट्रेंड पिछले पांच सालों से लगभग एक जैसा ही चल रहा है। 2019 से 2023 के बीच कुल 4,655 उम्मीदवार सिलेक्ट हुए, जिनमें से 3,520 ग्रेजुएट (लगभग 76%) थे। इससे साफ पता चलता है कि UPSC पास करने के लिए ज्यादा हाई क्वालिफिकेशन जरूरी नहीं है, मजबूत तैयारी और सही स्ट्रैटेजी ज्यादा मायने रखती है।
- 2022: 1,020 में से 765 सिर्फ ग्रेजुएट
- 2021: 748 में से 585 ग्रेजुएट
- 2020: 833 में से 650 ग्रेजुएट
- 2019: 922 में से 672 ग्रेजुएट
यानी पांच साल में हर बार बैचलर डिग्री वाले छात्रों की संख्या ही सबसे अधिक रही है।
UPSC क्रैक करने वालों में तेजी से बढ़ रही लड़कियों की संख्या
सरकार के आंकड़े जेंडर के हिसाब से भी एक दिलचस्प बदलाव दिखाते हैं। 2023 और 2022 में 35% चयनित उम्मीदवार महिलाएं थीं, जो पहले की तुलना में काफी बेहतर है। पुराने सालों में यह अंतर ज्यादा था-
- 2021: 27% महिलाएं
- 2020: 28% महिलाएं
- 2019: 24% महिलाएं
यानि 2022 के बाद से महिलाओं की भागीदारी लगातार सुधरी है और जेंडर गैप काफी कम हुआ है।
कौन-से स्ट्रीम वाले सबसे ज्यादा UPSC पास करते हैं?
सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवालों में एक है कि कौन-सी स्ट्रीम के छात्र UPSC में सबसे ज्यादा सफल होते हैं? जवाब साफ है, इंजीनियरिंग कैंडिडेट टॉप पर हैं। 2023 में-
- इंजीनियरिंग: 49%
- ह्यूमैनिटीज: 32%
- साइंस: 12%
- मेडिकल: 6%
यह पैटर्न पिछले कई सालों से लगातार देखा जा रहा है। 2020 में भी इंजीनियरिंग 53% के साथ सबसे ऊपर थी।
UPSC क्रैक करने में स्ट्रीम वाइज कुल आंकड़ा (2019-2023)
इंजीनियरिंग: 57% (2,671 उम्मीदवार)
ह्यूमैनिटीज: 27%
साइंस: 10%
मेडिकल: 6%
यानी कुल मिलाकर देखें तो UPSC में इंजीनियरिंग वाले उम्मीदवारों का दबदबा जबरदस्त है।

