Biggest Landowner in India: भारत में जमीन हमेशा से शानो शौकत और ताकत की प्रतीक रही है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे बड़ा जमींदार कौन है और उसके पास कितनी जमीन है? जानें देश के टॉप लैंडओनर्स के बारे में दिलचस्प फैक्ट्स।

Who Owns Most Land in India: क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे अधिक जमीन का मालिक कौन है? जमीन हमेशा से संपत्ति, ताकत और सामाजिक रुतबे का प्रतीक रही है। इसीलिए इतिहास में जमीन को लेकर कई युद्ध और विवाद भी हुए। भारत जैसे विशाल और जनसंख्या वाले देश (लगभग 32.9 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल) में जमीन का महत्व और भी बढ़ जाता है। यह न सिर्फ गांव और शहरों के विकास की रीढ़ है, बल्कि संस्कृति, व्यापार और देश की तरक्की से भी गहराई से जुड़ी हुई है। ऐसे में जानिए भारत में किसके पास सबसे ज्यादा जमीन है और कितनी?

भारत का सबसे बड़ा जमींदार कौन है?

भारत में सबसे बड़ा जमींदार सरकार है। क्यों कि सबसे ज्यादा जमीन सरकार के ही वजह है कि वह देश की सबसे बड़ी जमीन मालिक मानी जाती है। इसके बाद दूसरे नंबर पर है कैथोलिक चर्च ऑफ इंडिया है। गवर्नमेंट लैंड इंफॉर्मेशन सिस्टम (GLIS) की रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2021 तक भारत सरकार के पास लगभग 15,531 वर्ग किलोमीटर जमीन थी। यह जमीन 116 सार्वजनिक उपक्रमों और 51 केंद्रीय मंत्रालयों के पास बंटी हुई है।

कौन-से मंत्रालय के पास सबसे ज्यादा जमीन है?

  • रेल मंत्रालय- लगभग 2926.6 वर्ग किमी 
  • रक्षा मंत्रालय- करीब 2580.92 वर्ग किमी 
  • कोयला मंत्रालय- करीब 2580.92 वर्ग किमी 
  • विद्युत मंत्रालय- 1806.69 वर्ग किमी 
  • भारी उद्योग मंत्रालय- 1209.49 वर्ग किमी 
  • शिपिंग मंत्रालय- 1146 वर्ग किमी

चर्च के पास कितनी जमीन है?

भारत में कैथोलिक चर्च के पास करीब 7 करोड़ हेक्टेयर (लगभग 17.29 करोड़ एकड़) जमीन है। इस जमीन पर चर्च, स्कूल और दूसरे संस्थान बने हुए हैं। इसकी कीमत 1 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा बताई जाती है।

सरकार की जमीन कितनी बड़ी है?

भारत सरकार के पास जितनी जमीन है, वह कई देशों से भी बड़ी है। उदाहरण के लिए यह कतर (11,586 वर्ग किमी), बहामास (13,943 वर्ग किमी), जमैका (10,991 वर्ग किमी), लेबनान (10,452 वर्ग किमी), गाम्बिया (11,295 वर्ग किमी), साइप्रस (9,251 वर्ग किमी), ब्रुनेई (5,765 वर्ग किमी), बहरीन (778 वर्ग किमी) और सिंगापुर (726 वर्ग किमी) जैसे देशों से भी ज्यादा है।

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चर्च को जमीन कैसे मिली?

ब्रिटिश हुकूमत के समय 1927 के इंडियन चर्च एक्ट के तहत कैथोलिक चर्च को बड़े पैमाने पर जमीन दी गई थी। उस दौर में कई ईसाई संस्थाओं को धर्म प्रचार को बढ़ावा देने के नाम पर जमीन बेहद मामूली किराए पर लीज़ पर दी जाती थी। हालांकि 1965 में भारत सरकार ने एक सर्कुलर जारी किया और कहा कि ब्रिटिश काल में दी गई लीज अब मान्य नहीं होगी। आज भी चर्च की कुछ संपत्तियों पर विवाद है।

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