बिहार के बोधगया में सेना के जवानों की बहाली के लिए भर्ती रैली होगी। इसके लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
कहते हैं कि जिसने अपने मन में किसी लक्ष्य को हासिल करने का संकल्प ले लिया और इसके लिए किसी भी कठिनाई से जूझने में पीछे नहीं हटा, सफलता जरूर उसके कदम चूमती है।
इस बार सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं पर सैटेलाइट से नजर रखने जा रहा है। बता दें कि परीक्षा के सही तरीके से संचानल के लिए बोर्ड एक ऐप भी लॉन्च करने जा रहा है। सीबीएसई की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी से शुरू हो जाएंगी।
जब इंसान किसी लक्ष्य को हासिल करने का दृढ़ संकल्प कर लेता है तो लाख परेशानियां उसका रास्ता नहीं रोक सकतीं। जयकुमार वैद्य मुंबई की एक चॉल में रहते थे। लेकिन उनकी मां ने उन्हें उच्च शिक्षा दिलवाने के लिए दिन-रात एक कर दिया और आज जयकुमार अमेरिका के वर्जीनिया विश्वविद्यालय में ग्रैजुएट रिसर्च असिस्टेंट के पद पर काम कर रहे हैं।
सीबीएसई बोर्ड की 10वीं-12वीं की परीक्षा की तारीखों की घोषणा कर दी गई है। इसके साथ ही सैंपल क्वेश्चन पेपर और मार्किंग स्कीम भी जारी कर दी गई है।
अगर लक्ष्य को हासिल करने का जज्बा और दृढ़ संकल्प हो तो कोई भी मुश्किल सफलता की राह में रोड़ा नहीं बन सकती। इस बात को साबित किया है सारिका ने, जिसने पोलियो की बीमारी और बाद में कोमा में रहने के बावजूद हार नहीं मानी और अपने मकसद को हासिल कर के ही दम लिया।
ओडिसा. सिविल सर्विस के एग्जाम को लेकर देश भर में बच्चों में जुनून रहा है। पर एक दिव्यांग लड़की ने लाख तानों और मुश्किलों के बावजूद उस मुकाम को पा लिया जिसका लोग सपना देखते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं ओडिसा की रहने वाली आईआरएस अफसर सारिका जैन की। आइए जानते हैं कि कैसे उन्होंने ये एग्जाम क्लियर किया और उनके संघर्ष की अनसुनी कहानी.........
कतर की राजधानी दोहा में आयोजित हुए 16वें इंटरनेशलन जूनियर साइंस ओलम्पियाड में भारत के सभी 6 स्टूडेंट्स ने बड़ी सफलता हासिल की। सभी स्टूडेंट्स ने गोल्ड मेडल जीत कर कीर्तिमान स्थापित कर दिया।
किसी भी कंपनी में काम करने वाले इम्प्लॉइज के लिए बोनस का मिलना काफी मायने रखता है। एक अच्छी रकम बोनस के रूप में मिलने पर कंपनी के कर्मचारियों का उत्साह बढ़ जाता है।
बहुत से लोग ऐसे होते हैं कि एक बार की असफलता से हताश हो कर कोशिश करना छोड़ देते हैं, वहीं जो लोग असफलता मिलने के बाद भी बार-बार प्रयास करते हैं, एक दिन जरूर सफलता उनके कदम चूमती है। ऐसी ही कहानी है इस आईएएस टॉपर की।