नई दिल्ली. वर्दी देख हर दूसरा बच्चा पुलिस में जाना चाहता है। पुलिस अधिकारियों के रौब और दंबग अंदाज को देख ऐसे ही एक लड़के ने भी इंजीनियरिंग के बाद पुलिस में जाने की ठानी। इतना ही नहीं उसने ये भी सोचा कि वो कानून को आम जनता और वीवीआईपी सबके लिए बराबर बनाएगा। चाहे वह नेता हो, अभिनेता हो या देश का प्रधानमंत्री ही क्यों ना हो। नियमों को ताख पर रखकर नेता, मंत्रियों को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं देने देगा। उसने ऐसा किया भी मंदिर परिसर में केंद्रीय मंत्री की निजी गाड़ी नहीं जाने दी। IPS सक्सेज स्टोरी में आज हम आपको एक ऐसे आईपीएस ऑफिसर के बारे में बताने जा रहे हैं....