नई दिल्ली. छोटी-छोटी खुशियों को बांटने के लिए भी हम चाहते हैं कि हमारे अपने हमारे साथ हों। मां-बाप हों, दोस्त हों या रिश्तेदार हों। पर उसके साथ कैसा हो जिसके लिए जिंदगी का सबसे बड़ा सपना पूरा हो गया है पर खुशी मनाने वाला कोई न हो? ये सुनने में भी कितनी भयानक और उदास कर देने वाली बात लगती है। पर देहरादून की एक लड़की की जिंदगी में सबसे बड़ी खुशी का दिन बहुत रुला देने वाला बन गया।