आईएएस बनना लोगों का एक ऐसा सपना होता है कि इसके लिए वे अपने अच्छे-खासे करियर को भी दांव पर लगा देते हैं। निधि पटेल पेशे से डॉक्टर थीं, लेकिन यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल करने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी।
भारतीय रेलवे में एक बार फिर बड़े पैमाने पर वैकेंसी निकली है। बता दें कि सेंट्रल रेलवे हजारों पदों पर बहालियां करने जा रहा है, जिसके लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं पास है।
नई दिल्ली. छोटी-छोटी खुशियों को बांटने के लिए भी हम चाहते हैं कि हमारे अपने हमारे साथ हों। मां-बाप हों, दोस्त हों या रिश्तेदार हों। पर उसके साथ कैसा हो जिसके लिए जिंदगी का सबसे बड़ा सपना पूरा हो गया है पर खुशी मनाने वाला कोई न हो? ये सुनने में भी कितनी भयानक और उदास कर देने वाली बात लगती है। पर देहरादून की एक लड़की की जिंदगी में सबसे बड़ी खुशी का दिन बहुत रुला देने वाला बन गया।
एक समय यह माना जाता था कि यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस अधिकारी वही बन सकता है जो उच्च वर्ग का हो और जिसे अंग्रेजी में महारत हासिल हो। लेकिन इस क्षेत्र में सामान्य परिवारों से आने वाले और हिंदी माध्यम से पढ़ाई करने वाले कैंडिडेट्स ने भी सफलता का परचम लहराया है।
अब नर्सिंग का कोर्स करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि छात्राएं 12वीं साइंस से ही करें। किसी भी स्ट्रीम से 12वीं करने वाली छात्राएं नर्सिंग कोर्स में दाखिला ले सकती हैं।
हवा से पानी बनाना। कई लोग इस पर यकीन नहीं करेंगे, लेकिन यह सच है। यह एक ऐसी तकनीक है, जिससे हवा से पानी तैयार किया जाता है और इसका पेटेंट मुंबई के एक बिजनेसमैन ने अमेरिका से 15 करोड़ रुपए में आज से 10 साल पहले हासिल किया था।
गुरूग्राम. देश में आज भी पिछड़े क्षेत्रों में महिलाओं को शिक्षा जैसे अधिकारों से वंचित रखा जाता है। माना जाता है कि वे सिर्फ घर-परिवार संभालने के लिए हैं। ऐसे में लोग महिलाओं को कम आंकते हैं कि वे अफसर बन देश नहीं चला सकती है। पर इसी सोच को मुंह चिढ़ाकर आईएएस अफसर बनी एक महिला ने कीर्तिमान रच दिया। बच्चे और परिवार की जिम्मेदारी निभाते हुए UPSC एग्जाम क्लियर करने वाली इस हाउस वाइफ की सक्सेज स्टोरी आपको सोचने पर मजबूर कर देगी...।
ज्यादातर लोग सोचते हैं कि यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में ऐसे ही कैंडिडेट्स सफल होते हैं, जो अच्छे-खासे परिवारों से आते हैं और जिन्हें हर सुविधा हासिल होती है, लेकिन ऐसा नहीं है।
अमेरिका में हर साल के पहले महीने में 'दशक का शब्द' चुने जाने की परिपाटी है। वहां के भाषा वैज्ञानिक यह काम करते हैं। इस बार एक प्रोनाउन यानी सर्वनाम को दशक का शब्द चुना गया है।
भारत सरकार ने 2009 में दक्षिण एशियाई विवि परिसर स्थापित करने के लिये नई दिल्ली स्थित मैदानगढ़ी में 100 एकड़ जमीन अधिसूचित की। सितंबर 2011 में कुल 93.68 एकड़ जमीन सौंपी गई। जमीन का मालिकाना हक विदेश मंत्रालय के पास है।